जिसने मेरा सुहाग छीना... उसका यही अंजाम सही, भाई से विनय की पत्नी ने कहा- मैं इस सामान का क्या करूं
जिस अपराधी ने मेरा सुहाग छीन लिया, उसका यही अंजाम सही है... इन बदमाशों ने अपने नशे के लिए मुझसे मेरी जिंदगी छीन ली... अर्थला में हुई मुठभेड़ की जानकारी मिलने पर यह प्रतिक्रया है विनय त्यागी की पत्नी रूचि त्यागी की। पति की हत्या के मुख्य आरोपी के मुठभेड़ में मारे जाने और अन्य की गिरफ्तारी का पता चलने पर वह भाई गौरव त्यागी के साथ शालीमार गार्डन थाने पहुंची थीं। भाई से लिपटकर रोते हुए उन्होंने कहा, आमिर नाम का एक बदमाश अभी फरार है। उसके पकड़े जाने तक इंसाफ अधूरा है। पुलिसकर्मियों ने उन्हें बदमाशों से बरामद हुआ विनय त्यागी का फोन और लैपटॉप दिखाया तो वह और भावुक हो गईं। भाई से कहा, अब मैं इस सामान का क्या करूं, काश... कोई उन्हें भी मुझे लौटा देता। गौरव त्यागी उनके आंसू पौंछ रहे थे, लेकिन खुद उनकी आंखें भी नम थीं। पास खड़े पुलिसवाले खामोश थे। पूरा माहौल गम में डूबा था। थोड़ी देर बाद पुलिस के अधिकारी भी आ गए। उन्होंने रूचि को मुठभेड़ के पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी। यह भी बताया कि घटना में शामिल बदमाशों की पहचान कैसे की गई?। इस दौरान रूचि सिर्फ यही कहती रहीं कि चौथे अपराधी को जल्द पकड़ना।
लूटपाट के बाद की गई थी विनय त्यागी की हत्या
पुलिस ने बताया कि बदमाशों ने हत्या लूट के लिए की थी। पहले विनय त्यागी के साथ लूटपाट की गई। इसके बाद चाकू से गोद दिया गया। घटना तीन मई को हुई थी। पुलिस ने बताया कि चारों बदमाश विनय को लूटने के लिए राजेंद्रनगर से पीछे लग गए थे। विनय जब खेतान स्पोर्ट्स ग्राउंड वाली सुनसान रोड पर पहुंचे तब बदमाश दक्ष उर्फ अक्की ने धक्का देकर उन्हें नाले में गिरा दिया। इसके बाद चारों ने मारपीट कर उनसे लैपटॉप, फोन और ढाई हजार रुपये लूट लिए। तीन बदमाशों ने अक्की से कहा कि माल मिल गया है, अब यहां से भाग लेते हैं। अक्की नशे में था। उसने उनकी एक न सुनी। चाकू निकाला और विनय त्यागी पर प्रहार कर दिए। इसके बाद चारों बदमाश भागकर ट्रॉनिका सिटी की कासिम विहार काॅलोनी पहुंचे थे। यहां तीन-चार घंटे रुककर स्मैक और गांजे का नशा किया।
विनय त्यागी का हत्यारोपी मुठभेड़ में ढेर
आपको बता दें कि गाजियाबाद के शालीमार गार्डन थाना क्षेत्र में तीन मई की रात करीब पौने 12 बजे टाटा स्टील (प्रवेश) कंपनी के नेशनल बिजनेस हेड विनय त्यागी की लूटपाट के बाद हत्या करने वाले आरोपी अक्की उर्फ दक्ष (21) को पुलिस ने शुक्रवार सुबह करीब चार बजे मुठभेड़ में मार गिराया। पुलिस अक्की का आपराधिक इतिहास खंगाल रही है। पुलिस का दावा है कि अक्की, लवकुश, युग घई और आमिर ने वारदात की थी। मूलरुप से मैनपुरी के किशनी निवासी अक्की ने विनय की छाती पर चाकू से दो बार प्रहार कर हत्या की थी। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त दिनेश कुमार पी. ने बताया कि शुक्रवार सुबह करीब साढ़े तीन बजे शालीमार गार्डन थाना क्षेत्र में पुलिस चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान राजनगर एक्सटेंशन की ओर से नागद्वार की ओर बाइक से दो बदमाश आए। पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो बदमाशों ने फायरिंग करना शुरू कर दिया। पुलिस की जवाबी फायरिंग में अक्की उर्फ दक्ष के सीने व पैर में गोली लगी, जबकि उसका साथी भाग निकला। अस्पताल में चिकित्सकों ने अक्की को मृत घोषित कर दिया। वहीं, बदमाशों की गोली लगने से उपनिरीक्षक मंगल सिंह घायल हो गए। विनय त्यागी से लूटपाट में शामिल अक्की के दो अन्य साथी दिल्ली के सीलमपुर निवासी युग घई उर्फ प्रिंस (20) और दिल्ली के न्यू उस्मानपुर निवासी लवकुश उर्फ राघव सिंह (24) को गिरफ्तार कर लिया। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त ने बताया कि फरार आमिर की तलाश की जा रही है। पुलिस ने मुठभेड़ के बाद अक्की के पास से लूटा गया मोबाइल, चोरी की बाइक व तमंचा और लवकुश व युग घई के पास से लूटा गया लैपटॉप, बैग, चाकू, दो तमंचे और बाइक बरामद की हैं।