खजुराहो के मंदिरों में होते हैं विश्व स्तरीय मूर्ति कला के दर्शन: मुनि आदित्य सागर

खजुराहो। मंगलवार को प्रातः मतंगेश्वर महादेव की आरती एवं आदिनाथ शांतिनाथ भगवान के दर्शन के पश्चात आचार्य विद्यासागर महाराज के उत्तराधिकारी आचार्य समयसागर महाराज के मुनि संघ ने पश्चिम मन्दिर समूह पहुंचकर लक्ष्मण मन्दिर, कंदारिया मंदिर, देवी जगदंबा मंदिर, चित्रगुप्त मंदिर, विश्वनाथ मंदिर और प्रतापेश्वर मंदिर के दर्शन तथा अवलोकन किया। इस मौके पर मुनि आदित्य सागर ने कहा कि खजुराहो के मंदिरों में जीवन का महाकाव्य है, यहाँ के सभी मंदिरों में वैदिक पुजा अति आवश्यक हैं। उन्होंने अपने गुरु के वचनों को दोहराते हुए कहा कि इन मंदिरों में दर्शन होना चाहिए, न कि प्रदर्शन। उन्होंने कहा कि खजुराहो के मंदिरों में विश्व स्तरीय मूर्ति कला के दर्शन होते हैं।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2018 में मतंगेश्वर सेवा समिति एवं दद्दा जी इंटरनेशनल कल्चर सेंटर के पंडित सुधीर शर्मा एवं आयुर्वेद के प्रसिद्ध वेद्याचार्य डॉ अयोध्या प्रसाद गुप्ता राजनगर के विशेष आग्रह पर समस्त मुनि संघ ने खजुराहो के सभी मंदिरों, विशेष कर मतंगेश्वर महादेव मंदिर के दर्शन किए थे। इसके पश्चात ब्रह्मलीन आचार्य विरागसागर, आचार्य विशुद्ध सागर महाराज एवं माता दृढ़मती माताजी ने वर्ष 2021 में मंदिरों के दर्शन किये थे। जैन समाज के भामाशाह सुधीर जैन दिल्ली एवं पंडित श्री शर्मा ने आचार्य समय सागर से शीतकालीन वाचना हेतु निवेदन एवं श्रीफल भेंट किया था। श्री शर्मा ने मुनि संघ को बताया कि खजुराहो का मतंगेश्वर मंदिर 18 ज्योतिर्लिंग में शामिल हो गया है, इस कार्य में माउन्ट आबु की बहिन पुष्पलता का महत्वपूर्ण योगदान रहा जो कि जल्द ही राष्ट्रपति जी से मिलकर उन्हें खजुराहो आने का निमंत्रण देंगी। आज के आध्यत्मिक भ्रमण में मुनि निरालस सागर महाराज, मुनि निराश्रव सागर महाराज तथा ब्रह्मचारी दीपक भैया के साथ बड़ी संख्या में जैन अतिशय क्षेत्र स्वर्णोदय तीर्थ खजुराहो के सदस्य शामिल रहे।