बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में पर्यटकों को मिले बजरंग बाघ के दुर्लभ दर्शन

उमरिया, तपस गुप्ता। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में सफारी के दौरान पर्यटकों को एक रोमांचक अनुभव मिला, जब बाघ बजरंग अचानक उनके सामने आ गया। यह घटना ताला परिक्षेत्र में हुई, जहां सफारी कर रहे पर्यटक वन मार्ग पर बाघ को देख कर अचंभित रह गए। छह वर्षीय नर बाघ बजरंग झाड़ियों से निकलकर शांत लेकिन प्रभावशाली अंदाज में मार्ग पर आ गया। कुछ क्षण रुकने के बाद वह वापस जंगल की ओर लौट गया।
पर्यटकों ने इस रोमांचक दृश्य को अपने कैमरों में कैद कर लिया। कई लोगों ने इसे जीवन का सबसे यादगार पल बताया। एक पर्यटक ने कहा, "बजरंग को इतने करीब से देखना अद्भुत था। उसका रौबदार व्यक्तित्व और चलने का तरीका देख कर दिल की धड़कनें तेज हो गईं।"
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व बाघों की आबादी और उनकी नियमित झलक के लिए विश्व प्रसिद्ध है। रिजर्व में खितौली, मगधी और ताला कोर क्षेत्र में सफारी की सुविधा उपलब्ध है। यहां वर्तमान में 165 से अधिक बाघ निवास करते हैं, जिससे यह स्थान बाघ प्रेमियों और वन्यजीव फोटोग्राफरों के लिए स्वर्ग बन गया है।
वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बजरंग की टेरिटरी खितौली, मगधी और ताला के जंगलों तक फैली हुई है। वह एक ताकतवर और प्रभावशाली बाघ है, जिसे देखना किसी के लिए भी रोमांचकारी अनुभव होता है।
पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए वन विभाग ने रिजर्व के नियमों का सख्ती से पालन करने की अपील की है, ताकि वन्यजीवों की सुरक्षा और प्राकृतिक संतुलन बना रहे। बांधवगढ़ में इस तरह की घटनाएं यह साबित करती हैं कि यह रिजर्व बाघ संरक्षण और पर्यटन के बीच संतुलन बनाए रखने में सफल हो रहा है।