डॉ राघव पाठक 
संस्थापक
डॉ. पाठक हॉलिस्टिक क्योर

लीवर या जिगर मानव शरीर के बेहद अहम अंगो में से एक है। कई लोगों को अभी भी भ्रांति रहती है, कि दिल और जिगर एक ही अंग के अलग अलग नाम हैं, अक्सर हम फिल्मी गानों में सुनते आये हैं, दिल, जिगर, नजर क्या है... तो यहां आपको अपने कंफ्यूजन को दूर करने की जरूरत है, जिगर यानि कि यकृत जिसे अंग्रेजी में लीवर कहते है। वर्तमान समय में हम सभी को यकृत यानि के लीवर के महत्व के साथ इसके काम करने के तरीके और इससे जुड़ी जटिलताओं के बारे में जानना काफी जरुरी है।

प्रतिवर्ष 19 अप्रैल को दुनिया भर में वर्ल्ड लीवर डे मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य लीवर से संबंधित बीमारियों के बारे में मानवता को जागरूक करना हैं | लीवर शरीर का बेहद महत्वपूर्ण अंग है ,जो ब्लड प्यूरीफाई [रक्त शोधन] करने के अतिरिक्त हमारे शरीर में ब्लड शुगर यानि रक्त में उपस्थित शर्करा के लेवल को भी कंट्रोल रखने में मदद करता है |

साल 1996 में यूरोपियन एसोसिएशन में  फॉर द स्टडी ऑफ़ द लीवर ने विश्व लीवर दिवस की स्थापना की। उसी समय से वर्ल्ड लीवर डे की शुरुआत हुई। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्युएचओ) की मानें तो दुनियाभर में 4% मौतें लीवर रोगों जैसे फैटी लीवर, हेपेटाइटिस-बी, हेपेटाइटिस–सी, यकृत या लिवर सिरोसिस आदि की वज़ह से होती है। इतना ही नहीं WHO द्वारा जारी 2024 की वैश्विक हेपेटाइटिस रिपोर्ट के अनुसार, हर साल 1.3 मिलियन मौतें केवल हेपेटाइटिस के कारण होतीं हैं। भारत में लीवर से जुड़ी बीमारियाँ मौत की सबसे आम वजहों में से एक है।

युवाओं में फैटी लीवर की समस्या तेजी से बढ़ती जा रही है, फैटी लीवर (हेपेटिक स्टीटोसिस) होने पर लीवर की कोशिकाओं में अतिरिक्त फैट जमा हो जाता है, सही समय पर उचित इलाज़ न मिलने पर यह बीमारी फाइब्रोसिस, सिरोसिस और यहाँ तक की लीवर कैंसर का रूप भी ले सकती है। युवाओं में इसके फैलाव के लिए अक्सर ख़राब आहार, गतिहीन जीवनशैली, जिसमें खासतौर पर दिनचर्या में व्यायाम का अभाव, मोटापा और अनुवांशिक कारकों के संयोजन को जिम्मेदार ठहराया जाता है। इस वर्ष विश्व लीवर दिवस 2025 की थीम “भोजन ही औषधि है" रखी गई है, यह वो महत्वपूर्ण सिद्धांत है जो बताता है, कि सही ढंग से चुने गए खाद्य पदार्थ हमारे शरीर को स्वस्थ्य रखने और बीमारियों से लड़ने में मदद कर सकते हैं, पारंपरिक ज्ञान और आधुनिक विज्ञान दोनों ही इस विचार को समर्थन देते हैं।

आशा है, हम सभी अपने शरीर के महत्वपूर्ण अंग यकृत की देखभाल और इससे जुड़ी जानकारियां एक दूसरे साझा करते हुए, एक दूसरे की सेहत का ध्यान रखेंगे।