पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा का एक और आतंकी मारा गया है। रविवार को सिंध प्रांत में बंदूकधारियों ने लश्कर के एक प्रमुख आतंकवादी अब्दुल वाहिद कुंभो को गोलियों से भून दिया। भारत में कई आतंकी हमलों के सूत्रधार लश्कर आतंकवादी रजाउल्ला निजामनी खालिद उर्फ अबू सैफुल्ला खालिद भी एक दिन पहले ही सिंध में मारा गया था।

सैफुल्ला खालिद ने भारत में कई बड़े आतंकवादी हमलों की रची थी साजिश
एक के बाद एक कई साथियों के मारे जाने से लश्कर आतंकियों में दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों ने इस बात को स्वीकार किया है कि इस महीने के शुरू में भारत द्वारा चलाए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद पाकिस्तान के कई हिस्सों में लश्कर आतंकवादियों की हत्या में वृद्धि हुई है।

सैफुल्ला खालिद ने भारत में कई बड़े आतंकवादी हमलों की साजिश रची थी और अंतत: वह सिंध प्रांत में बस गया था, जहां उसे पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों द्वारा पूरी सुरक्षा प्रदान की गई थी।

मतली इलाके में हथियारबंद लोगों ने अब्दुल वाहिद को उतारा मौत के घाट
वहीं अब्दुल वाहिद खुद को एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में पेश करता था। वह लश्कर-ए-तैयबा के राजनीतिक मोर्चे मिल्ली मुस्लिम लीग का सदस्य था। सिंध प्रांत के बादिन जिले के मतली इलाके में हथियारबंद लोगों ने उसे मौत के घाट उतार दिया। स्थानीय एजेंसियों ने बताया कि अब्दुल वाहिद की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि ताहिर नाम का एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया।

पुलिस अधिकारियों ने सिंध राष्ट्रवादी संगठन- सिंध देश क्रांति सेना के सदस्य गुलाम शब्बीर और रफाकत नाम के दो लोगों को इस सिलसिले में गिरफ्तार किया है। सिंध देश क्रांति सेना एक सिंधी राष्ट्रवादी संगठन है, जिसकी प्रांत के अंदरूनी इलाकों में मजबूत उपस्थिति है। संगठन के कुछ सदस्य बलूच लिबरेशन आर्मी से भी जुड़े हुए हैं।

पाकिस्तानी मीडिया में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों की हत्याओं की खबरें नहीं आ रही हैं, जबकि यह देश की सरकार और सुरक्षा बलों के लिए बड़ी समस्या बन गई है। इस्लामाबाद ने पहले भी नई दिल्ली पर आरोप लगाया है कि वह पाकिस्तान के विभिन्न हिस्सों में हत्याओं को अंजाम देने के लिए अफगानिस्तान स्थित लड़ाकों का इस्तेमाल कर रही है।