AB de Villiers अपनी ही टीम और बोर्ड पर भड़के
नई दिल्ली। टी20 वर्ल्ड कप के लिए चुनी गई साउथ अफ्रीका क्रिकेट टीम के ऐलान के बाद से ही विवाद हो रहा है। कई लोगों का मानना है कि टीम चयन में अश्वेत लोगों को शामिल करने के जो नियम हैं उनका पालन नहीं किया गया है। साउथ अफ्रीका के खेल मंत्री और आईसीसी के मुखिया जो क्रिकेट साउथ अफ्रीका के हेड भी रह चुके हैं, दोनों ने इस पर हाल ही में टीम की आलोचना की थी। विवाद लगातार बढ़ ही रहा है और इस बीच साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान एबी डिविलियर्स ने बड़ी बात कह दी है।
क्रिकेट साउथ अफ्रीका ने जो टीम चुनी हैं उसमें सिर्फ एक ही अश्वेत अफ्रीकन समुदाय का खिलाड़ी है और वो हैं कगिसो रबाडा। साउथ अफ्रीका की पॉलिसी है कि सीजन में प्लेइंग-11 में छह अश्वेत खिलाड़ियों को चुनना चाहिए जिसमें से कम से कम दो अश्वेत अफ्रीकन समुदाय के होने चाहिए।
ये शर्म की बात
डिविलियर्स ने कहा कि वह इस स्थिति में सिर्फ एक दर्शक हैं, इस बात से खुश हैं। उन्होंने कहा कि एक बड़े टूर्नामेंट से पहले इस तरह के विवादों में घिरना शर्म की बात है। डिविलियर्स ने कहा, "ये शर्म की बात है कि टूर्नामेंट में जाते समय में हमारा फोकस इस पर है। ये नया नहीं है, लेकिन ये शर्म की बात है।"
उन्होंने कहा, "वर्ल्ड कप से पहले टीम के सेलेक्शन को लेकर साउथ अफ्रीका में हमेशा की तरह विवादित पल चल रहे हैं। किस्मत से मैं वहां नहीं हूं और मैं सिर्फ एक दर्शक हूं।"
इस बात से ना खुश
लुंगी एंगिडी को टीम में जगह नहीं मिली है। वह रिजर्व खिलाड़ियों में शामिल हैं। डिविलयर्स ने कहा कि वह एंगिडी को टीम में शामिल न किए जाने को लेकर दुखी हैं। उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि ये अच्छी टीम है। लुंगी टीम में नहीं है ये शर्म की बात है। वह अपनी फॉर्म खो बैठे, उनको चोटें भी लग गईं। नहीं तो वह टीम में होते।"