छतरपुर। गत 16 जून को तहसील कार्यालय में व्यापारियों के साथ बैठक कर जिला प्रशासन द्वारा उन्हें निर्देश दिए गए थे कि 20 जून तक वे स्वत: अपना अतिक्रमण हटा लें अन्यथा प्रशासन सख्ती से अतिक्रमण हटाएगा। इसी चेतावनी के बाद शुक्रवार की सुबह नगर पालिका, यातायात, पुलिस और राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने बस स्टैंड के फब्बारा चौक से महल तिराहा तक अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई की। इस दौरान ज्यादातर व्यापारियों द्वारा स्वयं ही अपना सामान समेट लिया था, वहीं कुछ व्यापारियों ने कार्रवाई के दौरान अपने प्रतिष्ठान बंद भी रखे। इसके अलावा जिन दुकानों के बाहर सामान रखकर अतिक्रमण किया गया था, उनका सामान जब्त किया गया और स्थाई अतिक्रमण को तोडऩे की कार्रवाई की गई।
जहां पैदल चलना था मुश्किल, वहां से निकली एसडीएम की कार
कार्रवाई के दौरान सबसे चौंकाने वाले हालात चौक बाजार स्थित रामगली बजरिया में देखने को मिले। दरअसल रामगली बजरिया शहर का वह स्थान है जहां लोगों को अतिक्रमण के कारण पैदल चलने में भी तकलीफ होती है लेकिन कार्रवाई के दौरान यह पूरा इलाका अतिक्रमण से मुक्त नजर आया, यहां तक कि एसडीएम ने अपनी कार में सवार होकर रामगली बजरिया का भ्रमण किया और उनकी कार को कहीं पर भी निकलने में दिक्कत नहीं हुई। इस दौरान कुछ व्यापारियों के साथ अतिक्रमण हटाने वाली टीम की हल्की नोंक-झोंक भी देखने को मिली। व्यापारियों द्वारा टीम के ऊपर भेदभावपूर्ण कर्रवाई करने के आरोप लगाए जा रहे थे। फब्बारा चौकी से शुरु हुई यह कार्रवाई मऊ दरवाजा, हटवारा, चौक बाजार, बजरिया होते हुए महल तिराहे तक की गई। कार्रवाई में एसडीएम अखिल राठौर, तहसीलदार रंजना यादव, सीएमओ माधुरी शर्मा, यातायात प्रभारी वृहस्पति साकेत, कोतवाली थाना प्रभारी अरविंद कुजूर सहित नगर पालिका, यातायात, पुलिस और राजस्व विभाग का अमला मौजूद रहा।
कार्रवाई के बाद चंद घंटों में फिर फैला अतिक्रमण
गौरतलब है कि व्यापारियों को इस कार्रवाई की जानकारी पहले से होने के कारण उनके द्वारा स्वयं ही अतिक्रमण हटा लिया गया था लेकिन जैसे ही कार्रवाई करने वाली टीम यहां से रवाना हुई वैसे ही व्यापारियों ने अपनी-अपनी दुकानों के बाहर फिर से सामान रखकर अतिक्रमण कर लिया। कार्रवाई के चंद घंटों बाद ही बाजार में हालात पहले जैसे नजर आए। जिस रामगली बजरिया में सुबह के समय एसडीएम का चार पहिया वाहन गुजरा था वहीं दोपहर के वक्त एक बार फिर लोगों का पैदल चलना मुश्किल हो गया। व्यापारियों की यह चालाकी दिन भर शहर में चर्चा का विषय बनी रही और लोगों ने अतिक्रमण हटाने की इस मुहिम को प्रतिदिन चलाने तथा ऐसे व्यापारियों को चिन्हित कर उन पर सख्त कार्रवाई करने का सुझाव प्रशासन को दिया।