विरोध के बाद डॉ. वीरेंद्र कुमार ने निरस्त की सांसद प्रतिनिधियों की नियुक्ति
टीकमगढ़। केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने आखिरकार सांसद प्रतिनिधियों की नियुक्ति निरस्त कर दी है। सोमवार शाम करीब 7 बजे से सोशल मीडिया पर उनका पत्र वायरल है। उनके प्रतिनिधि अनुराग वर्मा ने पत्र की पुष्टि भी कर दी है। टीकमगढ़ कलेक्टर के नाम लिखे पत्र में डॉ. वीरेंद्र कुमार ने हाल ही में की गई सांसद प्रतिनिधियों की नियुक्ति को निरस्त करने की सूचना जारी की है।
दरअसल, पिछले एक माह के दौरान केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने टीकमगढ़ लोकसभा क्षेत्र में करीब 130 सांसद प्रतिनिधियों की नियुक्ति के संबंध में सूची जारी की थी। सांसद प्रतिनिधियों की नियुक्ति के बाद से ही इस मुद्दे को लेकर विरोध शुरू हो गया था।
प्रतिनिधियों की नियुक्ति पर बीजेपी नेताओं ने जताया था विरोध
सबसे पहले छतरपुर जिले के दो विधायकों ने सांसद प्रतिनिधियों की नियुक्ति पर आपत्ति जताई थी। इसके बाद टीकमगढ़ और खरगापुर विधानसभा के पूर्व भाजपा विधायकों ने सांसद प्रतिनिधियों की नियुक्ति को गलत ठहराया था। पूर्व विधायक राकेश गिरी गोस्वामी ने आरोप लगाते हुए कहा था कि डॉक्टर वीरेंद्र कुमार ने कांग्रेस पार्टी का काम करने वाले लोगों को प्रतिनिधि बनाया है।
पूर्व विधायक राहुल सिंह लोधी ने सांसद प्रतिनिधियों की नियुक्ति में पार्टी कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नेताओं की उपेक्षा के आरोप लगाए थे। इस विवाद के बीच 20 सितंबर को सांसद प्रतिनिधि आशीष तिवारी पर कोतवाली थाना पुलिस ने पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया। सांसद प्रतिनिधि पर दर्ज एफआईआर के बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया था। आखिरकार आज केंद्रीय मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार ने सभी सांसद प्रतिनिधियों की नियुक्ति निरस्त कर दी है।