दिल्ली | ऑटो, टैक्सी किराये में बढ़ोतरी के विरोध में यूनियनों ने एक सुर में विरोध करना शुरू कर दिया है। ऑटो यूनियनों की मांग है कि किराया बढ़ाने के बजाय सब्सिडी में बढ़ोतरी से राहत मिलती। संगठनों का आरोप है कि कैब कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा किया जा रहा है। इससे ऑटो चालकों की कमाई और प्रभावित होगी। किराया बढ़ने से ऑटो में सफर करने वालों की सभी चालकों को चिंता सताने लगी है। क्योंकि कैब कंपनियों का किराया भी छोटी दूरी के लिए ऑटो के बराबर हो जाएगा।

दिल्ली ऑटो टैक्सी यूनियन के पदाधिकारी राजेंद्र सोनी ने कहा कि सीएनजी की कीमत बढ़ोतरी से चालकों की मुश्किलें काफी बढ़ गई हैं। किराया में बढ़ोतरी करने से यात्रियों की संख्या और कम हो जाएगी। इससे ऑटो चालकों का नुकसान और बढ़ जाएगा। पहले भी चालकों ने अपनी मांगों के समर्थन में विरोध जताया था। सब्सिडी बढ़ाने की मांग की गई, लेकिन अब तक सरकार की तरफ से इस पर कोई फैसला नहीं लिया गया।