देश, दुनिया से आएंगे शिष्य, पुंडरीक गोस्वामी सुनाएंगे हनुमन्त कथा

छतरपुर। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री अपनी लंबी विदेश यात्रा को पूरा कर इन दिनों मुंबई के बागेश्वर बालाजी मठ में ​स्थित हैं। वे यहां प्रतिदिन महाराष्ट्र और आसपास के प्रदेशों से आने वाले भक्तों से मिल रहे हैं। लगभग तीन दिनों तक मुंबई में रहने के बाद बागेश्वर महाराज अब अपने मध्यप्रदेश ​स्थित बागेश्वर बालाजी धाम पहुंचने वाले हैं। छतरपुर जिले में ​स्थित बागेश्वर धाम पर बागेश्वर महाराज पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री 1 जुलाई से 3 जुलाई तक बालाजी का दिव्य दरबार लगाएंगे। 4 जुलाई को बागेश्वर महाराज का जन्मोत्सव मनाया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि लगभग 1 महीने के बाद महाराजश्री बागेश्वर धाम पहुंच रहे हैं। उनके पहुंचने के पहले ही यहां देश भर से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरु हो गया है। चूंकि बागेश्वर महाराज को 1 जुलाई से 12 जुलाई तक धाम पर ही रहना है, इसलिए देश और दुनिया में रहने वाले उनके लाखों भक्त यहां पहुंच सकते हैं। बागेश्वर धाम पर आयोजित होने वाले इस 12 दिवसीय महोत्सव के शुरुआती तीन दिनों में बागेश्वर महाराज यहां बालाजी का दिव्य दरबार भी लगाएंगे। बागेश्वर धाम जन सेवा समिति द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक वे 1 जुलाई से 3 जुलाई तक प्रतिदिन शाम के समय बालाजी का दिव्य दरबार लगाकर लोगों की मनोकामनाओं की अर्जियां कागज पर दर्ज करेंगे। उनके इस दरबार में लाखों लोगों के पहुंचने की उम्मीद है इसलिए प्रशासन ने भी तैयारियां शुरु कर दी हैं। 

नए चेलों को गुरुमंत्र देंगे बागेश्वर महाराज, 7 और 8 को होगा दीक्षा महोत्सव
दुनिया भर में लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केन्द्र बन चुके बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री एक बार फिर नए चेलों को गुरुमंत्र देने जा रहे हैं। वे धाम पर 7 और 8 जुलाई को आयोजित होने वाले गुरुदीक्षा महोत्सव के अंतर्गत हजारों नए चेलों को गुरुमंत्र देकर उन्हें दी​क्षित करेंगे। बागेश्वर धाम जन सेवा समिति की ओर से दीक्षा आयोजन के प्रभारी चक्रेश सुल्लेरे ने बताया कि देश और दुनिया के हजारों लोग पूज्य गुरुदेव से गुरुमंत्र लेकर उन्हें अपना गुरु बनाना चाहते हैं। लंबे समय से गुरुदीक्षा महोत्सव की तैयारी की जा रही थी। आ​खिरकार गुरुदेव ने 7 और 8 जुलाई को गुरुदीक्षा देने का समय निर्धारित किया है। 7 और 8 जुलाई को बागेश्वर धाम पर यह महोत्सव आयोजित किया जाएगा। सनातन संस्कारों को मानने वाले लगभग 5 हजार लोग इस गुरुदीक्षा महोत्सव में शामिल होकर गुरुमंत्र ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि गुरुदेव से दीक्षा लेने के लिए बागेश्वर धाम के नंबरों पर ऑनलाइन नि:शुल्क रजिस्ट्रेशन किए जा रहे हैं, अब तक लगभग 3 हजार से ज्यादा लोग अपना पंजीयन करा चुके हैं। इसी तरह ऑफलाइन भी अनेक भक्त गुरुदीक्षा के लिए संपर्क कर रहे हैं। चक्रेश सुल्लेरे ने कहा कि आजीवन मास-मदिरा त्यागकर गुरुदेव और बालाजी के प्रति समर्पित रहते हुए सनातन का काम करने और अपने जीवन को रूपांतरित करने के लिए लोग उनसे गुरुदीक्षा लेने जा रहे हैं। 

4 जुलाई को मनाया जाएगा बागेश्वर महाराज का जन्मोत्सव
दुनिया भर में लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केन्द्र बन चुके बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री एक बार फिर नए चेलों को गुरुमंत्र देने जा रहे हैं। वे धाम पर 7 और 8 जुलाई को आयोजित होने वाले गुरुदीक्षा महोत्सव के अंतर्गत हजारों नए चेलों को गुरुमंत्र देकर उन्हें दी​क्षित करेंगे। बागेश्वर धाम जन सेवा समिति की ओर से दीक्षा आयोजन के प्रभारी चक्रेश सुल्लेरे ने बताया कि देश और दुनिया के हजारों लोग पूज्य गुरुदेव से गुरुमंत्र लेकर उन्हें अपना गुरु बनाना चाहते हैं। लंबे समय से गुरुदीक्षा महोत्सव की तैयारी की जा रही थी। आ​खिरकार गुरुदेव ने 7 और 8 जुलाई को गुरुदीक्षा देने का समय निर्धारित किया है। 7 और 8 जुलाई को बागेश्वर धाम पर यह महोत्सव आयोजित किया जाएगा। सनातन संस्कारों को मानने वाले लगभग 5 हजार लोग इस गुरुदीक्षा महोत्सव में शामिल होकर गुरुमंत्र ले सकते हैं। उन्होंने बताया कि गुरुदेव से दीक्षा लेने के लिए बागेश्वर धाम के नंबरों पर ऑनलाइन नि:शुल्क रजिस्ट्रेशन किए जा रहे हैं, अब तक लगभग 3 हजार से ज्यादा लोग अपना पंजीयन करा चुके हैं। इसी तरह ऑफलाइन भी अनेक भक्त गुरुदीक्षा के लिए संपर्क कर रहे हैं। चक्रेश सुल्लेरे ने कहा कि आजीवन मास-मदिरा त्यागकर गुरुदेव और बालाजी के प्रति समर्पित रहते हुए सनातन का काम करने और अपने जीवन को रूपांतरित करने के लिए लोग उनसे गुरुदीक्षा लेने जा रहे हैं। 

4 जुलाई को मनाया जाएगा बागेश्वर महाराज का जन्मोत्सव
युवा अवस्था में ही विश्व भर में विख्यात हुए बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री आगामी 4 जुलाई को अपना 29वां जन्मदिन मनाने जा रहे हैं। बागेश्वर धाम पर उनके जन्मोत्सव के लिए भव्य तैयारियां चल रही हैं। कथा के लिए विशाल पंडाल निर्मित किया गया है, जहां बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर 4 जुलाई को दिन भर अपने ​शिष्यों के साथ समय बिताएंगे। पूरे धाम पर आक​र्षक लाइटिंग और सजावट की जा रही है। यहां ​स्थित बागेश्वर बालाजी का मंदिर भी विशेष स्वरूप में सजाया जा रहा है। गौरतलब है कि 4 जुलाई 1996 को जन्मे पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री अब किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। वे हनुमान जी की दिव्य श​क्तियों का प्रचार करते हुए चर्चा में आए थे और इसके बाद उन्होंने भारत को हिन्दू राष्ट्र बनाने, जातियों में विभाजित हिन्दू समाज को एकजुट करने का बड़ा अ​भियान छेड़ रखा है। वे भारत में सबसे लोकप्रिय कथावाचकों में से एक हैं, जिनकी कथाओं में लाखों लोग पहुंचते हैं। सिर्फ भारत ही नहीं ब​ल्कि पिछले कुछ वर्षों में उनकी लो​कप्रियता विश्व के दूसरे देशों में भी पहुंची। उन्होंने ब्रिटेन, ऑ​स्ट्रेलिया, न्यूजीलैण्ड, दुबई, फिजी में आयोजित अपनी कथाओं के माध्यम से अनेक लोगों को अपना दीवाना बना लिया। भारत में उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनकी एक झलक पाने के लिए उनके भक्त लाखों की संख्या में इन कथाओं में पहुंचते हैं। 4 जुलाई को बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर अपनी आयु के 29 वर्ष पूरे कर रहे हैं। बागेश्वर धाम छतरपुर में उनके जन्मोत्सव के लिए भव्य तैयारियां की जा रही हैं क्योंकि उनके जन्मदिन पर यहां लाखों लोगों के पहुंचने की उम्मीद है। 

बागेश्वर धाम में कथा सुनाएंगे पुण्डरीक गोस्वामी और संजय कृष्ण सलिल
बागेश्वर धाम ग्राम गढ़ा छतरपुर में आगामी 1 जुलाई से 12 जुलाई तक भव्य महोत्सव की तैयारी कर ली गई है। अपनी विदेश यात्रा के बाद भारत लौटे बागेश्वर महाराज पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री इन दिनों मुंबई में हैं लेकिन वे जल्द ही मध्यप्रदेश के बागेश्वर बालाजी धाम पहुंचने वाले हैं। यहां 1 जुलाई से आयेाजित होने वाले एक विराट महोत्सव में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर की उप​स्थिति में कई आयोजन होंगे। आयोजन के अंतर्गत 1 जुलाई से 3 जुलाई तक यहां दिव्य दरबार लगाया जाएगा। 4 जुलाई को बागेश्वर महाराज का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। 5 और 6 जुलाई को भी दिव्य दरबार का आयोजन होगा तो वहीं 9 जुलाई से 11 जुलाई तक गुरुपू​र्णिमा महोत्सव चलेगा। इसी महोत्सव के अंतर्गत बागेश्वर धाम पर 2 जुलाई से 4 जुलाई तक देश के प्रख्यात कथा व्यास पुण्डरीक गोस्वामी हनुमंत कथा करेंगे। उनकी कथा प्रतिदिन शाम 4 बजे से 7 बजे तक होगी। इसी तरह 5 जुलाई से 9 जुलाई तक आचार्य संजय कृष्ण सलिल वृंदावन के द्वारा श्री भक्तमाल कथा सुनाई जाएगी। धाम पर आयोजित होने वाले इस विराट महोत्सव के लिए देश और दुनिया से बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का पहुंचना शुरु हो गया है।