उत्तर प्रदेश में चौथे चरण में 96 सीटों पर वोटिंग हो रही है. इस बार यूपी में बीएसपी और सपा अलग-अलग चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसे में एक्सिस माय इंडिया के एमडी प्रदीप गुप्ता का मानना है कि बहुजन समाज पार्टी के वोटर्स चुनाव में बड़ा खेल कर सकते हैं.

प्रदीप गुप्ता ने कहा कि यूपी में लोकसभा चुनाव का रिजल्ट बसपा के ट्रैक्शन पर निर्भर करता है. उन्होंने का कि कौन कहां से जीतेगा या हारेगा, ये सब काफी हद तक बसपा पर निर्भर करेगा. उन्होंने कहा कि यूपी में मुख्य रुप से एमवाई समीकरण, अपर कास्ट, दलित वोट, जैसे मुद्दों पर हर बार बात होती है. बीएसपी का वोट शेयर पिछले चुनावों में घटा है. लेकिन इस बार स्थिति बदल सकती है.

प्रदीप गुप्ता ने कहा कि यादव और मुस्लिम वोटों को मिलाकर तीस फीसदी होता है और जाटव और नॉन जाटव को मिलाकर 50 % होता है. उन्होंने कहा वहीं दूसरी तरफ ओबीसी और अपर कास्ट को मिलाएं तो 50 फीसदी होता है. इस हिसाब से तीन पार्टियों के बीच कड़ी टक्कर है और बसपा के वोटर्स किस तरफ वोट डालते हैं, इसपर काफी कुछ निर्भर करेगा. उन्होंने कहा अभी कुछ कहना जल्दी होगा और सभी सीटों पर वोटिंग के बाद ही तस्वीर साफ हो पाएगी.


बसपा प्रमुख मायावती ने इस बार के लोकसभा चुनाव में सबसे ज्यादा विश्वास मुस्लिम समुदाय पर जताया है. मायावती ने मुस्लिम समुदाय को टिकट देने में अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. बसपा ने इस बार के लोकसभा चुनाव में 23 मुस्लिमों को कैंडिडेट बनाया है जबकि पिछले चुनाव में सिर्फ 6 टिकट मुस्लिमों को दिया था.

 इस बार बसपा की रणनीति ने एनडीए हो या इंडिया गठबंधन दोनों की ही नींद उड़ा रखी है. मायावती ने सूबे की 80 में से 78 सीट पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है जबकि देवरिया और कुशीनगर सीट पर अभी अपने पत्ते नहीं खोले हैं. बसपा के उम्मीदवारों की फेहरिश्त देखें तो बसपा ने 78 सीटों में से अब तक 23 मुस्लिम और 15 ब्राह्मणों को टिकट दिया है. मायावती मुस्लिमों के टिकट देकर इंडिया गठबंधन की चिंता बढ़ा दी है तो ब्राह्मण दांव खेलकर एनडीए की टेंशन बढ़ा रही.