केंद्र सरकार ने घटाया विंडफॉल टैक्स, तेल कंपनियों को फिर मिली राहत
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क। केंद्र सरकार की ओर से विंडफॉल टैक्स में एक बार फिर से बदलाव किया है। अब देश में उत्पादित कच्चे तेल की बिक्री पर 1900 रुपये प्रति टन विंडफॉल टैक्स लगेगा, जो कि पहले 2,100 रुपये प्रति टन था। इसके साथ एविएशन टरबाइन फ्यूल (ATF) के निर्यात पर एक्साइज ड्यूटी को भी 4.50 रुपये प्रति लीटर से घटाकर 3.50 रुपये प्रति लीटर कर दिया है। इसके साथ डीजल के निर्यात पर एक्साइज ड्यूटी 6.50 रुपये प्रति लीटर से घटाकर 5 रुपये प्रति लीटर कर दी है, जिसमें सेस भी शामिल है।
बता दें, विंडफॉल टैक्स की समीक्षा हर 15 दिन में केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड की ओर से की जाती है। जारी की गई दरें 17 जनवरी, 2023 से प्रभावी हैं।
सरकार की ओर से विंडफॉल टैक्स में कमी ऐसे समय पर की गई है, जब कच्चे तेल के भाव में कमी देखने को मिल रही और यह लगातार 90 डॉलर प्रति बैरल के नीचे बना हुआ है। आखिरी सत्र में ब्रेंट क्रूड 0.99 प्रतिशत गिरकर 84.44 डॉलर प्रति बैरल और डब्लूटीआई क्रूड 1.04 प्रतिशत गिरकर 79.03 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ था।
जनवरी में बढ़ाया था विंडफॉल टैक्स
केंद्र की ओर से जनवरी की शुरुआत में विंडफॉल टैक्स को 1700 रुपये प्रति टन से बढ़ाकर 2100 रुपये प्रति टन कर दिया गया था। इसके साथ डीजल पर निर्यात शुल्क पांच रुपये से बढ़ाकर 7.50 रुपये और एविएशन टर्बाइन फ्यूल पर निर्यात शुल्क 1.5 रुपये प्रति लीटर से बढ़ाकर 4.5 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया था।
पिछले साल जुलाई में पहली बार विंडफॉल टैक्स केंद्र सरकार ने लागू किया था। इसे कच्चे तेल के दाम बढ़ने से हुए मुनाफे को कम करने के लिए लगाया गया था। कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स 23,250 रुपये प्रति टन, एटीएफ और पेट्रोल पर 6 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 13 रुपये प्रति लीटर निर्यात शुल्क लगया गया था।