नई दिल्ली: हर साल 26 जून को अंतर्राष्ट्रीय नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ दिवस मनाया जाता है. इसका मुख्य उद्देश्य समाज को नशीली दवाओं के खतरों के प्रति जागरूक करना और उनके दुष्प्रभावों से लोगों को बचाना होता है. इसी क्रम में गुरुवार को दिल्ली सरकार द्वारा पूर्वी दिल्ली के यमुना स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में एक भव्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कार्यक्रम की शुरुआत में ही परिसर के सभी लोगों को शपथ दिलाईं. इस कार्यक्रम की अध्यक्षता दिल्ली सरकार के समाज कल्याण मंत्री रविंदर सिंह इंद्रराज ने की. वहीं, मुख्य अतिथि के रूप में दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता उपस्थित रहीं. उनके साथ सांसद मनोज तिवारी ने भी विशेष रूप से अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. कार्यक्रम में दिल्ली पुलिस, समाज सेवी संस्थाएं, छात्रों और युवाओं की बड़ी भागीदारी रही.

मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा, "नशा होना चाहिए लेकिन देश के प्रेम में, ज्ञान के प्रति लगाव में. वह नशा नहीं जो जीवन को बर्बाद कर दे. आज जब हम सेवा बस्तियों में जाते हैं तो कई मांएं रोती हुई कहती हैं कि उनके बच्चे नशे की गिरफ्त में हैं. घर का सामान तक बेच देते हैं." उन्होंने लोगों से अपील की कि यदि कहीं भी नशा बेचा जाता दिखे तो तुरंत 1933 नंबर पर फोन करें. यह हेल्पलाइन पूरी तरह गोपनीय है.

1100 से अधिक नशा तस्कर गिरफ्तार: मुख्यमंत्री ने बताया कि दिल्ली में अब तक 1100 से अधिक नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया है और 50 किलो से ज्यादा नशीले पदार्थों को जब्त कर नष्ट किया गया है. यह अभियान तभी सफल होगा जब समाज का हर वर्ग इसमें सहयोग करेगा. सांसद मनोज तिवारी ने कहा कि युवा पीढ़ी को जागरूक करना समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है. नशा केवल एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि पूरे परिवार और समाज का पतन कर देता है. उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि वे खेल, शिक्षा और सांस्कृतिक गतिविधियों में रुचि लें और समाज के लिए मिसाल बनें.

बता दें कि कार्यक्रम में नुक्कड़ नाटक, स्लोगन प्रतियोगिता और चित्रकला के माध्यम से भी नशे के खिलाफ संदेश दिए गए. छात्रों और युवाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और नशे के खिलाफ आवाज़ बुलंद की. कार्यक्रम का समापन इस संकल्प के साथ हुआ कि हम सब मिलकर नशा मुक्त समाज बनाएंगे और आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित और स्वस्थ भविष्य देंगे.