नई दिल्ली । कांग्रेस नेता उदित राज ने ईडब्लूएस आरक्षण को सवर्णों के लिए आरक्षण बताया है। उन्होंने एक समाचार चैनल से कहा कि यह गरीब सवर्णों के लिए नहीं है। कांग्रेस नेता ने कहा कि इस फैसले से 50% आरक्षण की सीमा टूट गई है। इसमें SC, ST और OBC समुदाय के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को भी  शामिल किया जाना चाहिए।
उदित राज ने कहा कि इस जजमेंट में दो जजों जस्टिस ललिता और जस्टिस रविंद्र भट्ट ने कहा कि SC, ST और OBC समुदाय के आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को भी आरक्षण कोटे में शामिल किया जाना चाहिए।उनको नहीं शामिल किया गया इसका मतलब है कि उच्च जाति को आरक्षण दिया गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर हमारी पार्टी का स्टैंड है हम इसका विरोध नहीं करते हैं। आय का क्राइटेरिया रखा गया है 8 लाख। जबकि 5 सदस्य वाले एक सामान्य परिवार की औसत इनकम देश में 72000 है। इसका मतलब यह है कि जो सवर्णों में गरीब हैं उनको इस आरक्षण का फायदा नहीं मिलेगा।
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि ईडब्ल्यूएस कोटा सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े वर्गों के लिए 50% कोटा को बाधित नहीं करता है।  ईडब्ल्यूएस कोटे से सामान्य वर्ग के गरीबों को फायदा होगा।  ईडब्ल्यूएस कोटा कानून के समक्ष समानता और धर्म, जाति, वर्ग, लिंग या जन्म स्थान के आधार पर और सार्वजनिक रोजगार में समान अवसर के अधिकार का उल्लंघन नहीं करता है। वहीं जस्टिस रविंन्द्र भट्ट ने कहा कि इस 10% रिजर्वेशन में से एससी/एसटी/ ओबीसी को अलग करना भेदभावपूर्ण है।