बंडा। शहरों में ही नही जंगलों के बीच भी भ्रष्टाचार पनप रहा है और इस भ्रष्टाचार की पोल तब खुली जब बंडा विधायक वीरेंद्र सिंह वन विभाग के अधिकारियों के साथ गिदवानी वीट पर बनाए गए तालाब का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्होंने मौके पर जाकर देखा तो पाया की पानी को रोकने के लिए मिट्टी से बनाया गया तालाब पहली ही बारिश में बह गया। दर असल यह उत्तर वन मंडल के वन परिक्षेत्र अधिकारी शुभम जैन की देख रेख़ में 20 लाख की लागत से उक्त तालाब बनाया गया था। मापदंडो का पालन ना करने से यह पहली ही बारिश ने बह गया।  बताया जाता है कि अधिकारियो की सांठ गांठ से जंगल की मिट्टी खोदी गई और इसी मिट्टी से भराव किया गया और मिट्टी इस तरह की थी जिस पर अधिक पिचिंग करना संभव नहीं था। इसके साथ ही मिट्टी से भराव करने के बाद पत्थरों से इसे सजा दिया गया जिससे भ्रष्टाचार दिखाई न दे लेकिन पहली बारिश ने ही भ्रष्टाचार की पोल खोल दी। वही रेंजर साहब ने इसमें ठेकेदार की लापरवाही बता दी। जबकि रेंजर की देखरेख में पूरा निर्माण कार्य किया गया। वहीं बंडा विधायक ने मौके पर पहुंच कर रेंजर को कड़ी फटकार लगाई और कहा कि सरकार की राशि का वह दुरुपयोग नहीं होने देंगे। अब देखना है कि रेंजर सहित सबंधित अधिकारियों एवं ठेकेदारों पर कितने दिन में कार्रवाई होती है या फिर किसी सुराख से सकुशल बाहर निकल आते हैं।