संदिग्ध परिस्थिति में मिली युवक की लाश, दर्ज नहीं हुई एफआईआर
छतरपुर(संतोष शिवहरे)। बड़ामलहरा थाना अंतर्गत आने वाली सेंधपा चौकी क्षेत्र के ग्राम बरमा में करीब 5 दिन पहले एक युवक का शव संदिग्ध परिस्थिति में पेड़ पर लटका हुआ मिला था। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की विवेचना शुरु की थी, लेकिन परिजनों का कहना है कि गांव के ही एक व्यक्ति ने पुरानी बुराई के चलते युवक की हत्या कर उसके शव को पेड़ पर लटकाया है। सोमवार को परिजनों ने जिला मुख्यालय पर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में आवेदन देकर प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
परिजनों के साथ पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे भाजपा नेता बृजेश राय ने बताया कि गत 15 सितंबर को बरमा निवासी रामपाल सिंह और गजेन्द्र सिंह द्वारा गांव के भागीरथ खंगार, उसकी पत्नी कस्तूरी बाई और पुत्र वीरेन्द्र खंगार के साथ मारपीट की गई थी, जिसकी शिकायत बड़ामलहरा थाना में दर्ज है। मारपीट में घायल लोगों को उसी दिन अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अगले दिन 16 सितंबर को भागीरथ का दूसरा पुत्र चाली उर्फ बृजगोपाल खंगार खेत से लापता हो गया। काफी तलाश के बाद भी जब चाली का पता नहीं चला तो परिजनों ने उसके गुम होने की सूचना पुलिस को दी। परिजनों को शुरुआत से ही संदेह था कि रामपाल सिंह और उसके साथियों द्वारा चाली का अपहरण किया गया है तथा उसके साथ अनहोनी हो सकती है। परिजनों ने पुलिस को भी यह बात बताई थी लेकिन परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने उनके संदेह को गंभीरता से नहीं लिया। इसके बाद 21 सितंबर को गांव के जल्लू हार में चाली उर्फ बृजगोपाल की लाश मिली, जो कि अधजली अवस्था में थी। परिजनों का आरोप है कि रामपाल सिंह ने अपने साथी गजेन्द्र सिंह, नरेन्द्र सिंह, अस्सू सिंह, बिब्बू सिंह, खेत सिंह और महाराज सिंह के साथ मिलकर चाली उर्फ बृजगोपाल की हत्या की और इसके बाद शव को पेड़ पर टांग दिया। परिजनों का यह भी कहना है कि आरोपियों के प्रभाव के कारण पुलिस उन पर कार्रवाई नहीं कर रही है, अभी तक आरोपीगणों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज नहीं हुई है। आरोपी खुलेआम गांव में घूमकर पीडि़त परिवार को धमकियां दे रहे हैं। पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर पीडि़त परिवार ने मामले की निष्पक्ष जांच कराने और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।