टीकमगढ़। जिले के जतरा नगर में स्थित मदन सागर तालाब में पिछले कई वर्षों से जल भराव ना होने से एवं गंदा पानी तथा कूड़ा कचरा तालाब में होने से सफाई आदि न होने पर अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार सुरक्षा संगठन के प्रांतीय प्रमुख सचिव राम रतन दीक्षित के साथ क्षेत्र एवं नगर के किसानों ने मिल कर अर्धनग्न होकर तालाब में सत्याग्रह आंदोलन किया। 
बता दें कि किसानों के साथ प्रांतीय प्रमुख सचिव ने स्थानीय एसडीएम पर अनेक आरोप लगाते हुए कहा है कि तालाब के जल भराव हेतु किसान एवं संगठन द्वारा 11 बार ज्ञापन पत्र दिए गए परंतु उनकी टाल मटोल नीति द्वारा उपेक्षा ही मिली। एसडीएम पर आरोप हैं कि वह दिन में कभी कभार कार्यालय में बैठकर काम करते हैं अधिकांश मीटिंग के नाम पर बाहर रहते हैं और रात्रि में कार्य निपटाते हैं।  संगठन द्वारा आरोप लगाया गया की रात्रि में ऐसे कौन काम किए जाते हैं जो दिन में ऑफिस टाइम में नहीं होते साथ ही क्षेत्र की जनता प्राय:  प्रतिदिन आती है और एसडीएम के न होने पर बिना काम के निराश होकर वापस चली जाती है। चेतावनी में कहा गया है कि यदि तालाब के जल भराव में तुरंत कार्यवाही नहीं होती तो किसान जल समाधि लेने को विवश हो जाएंगे जिसकी समस्त जवाबदारी टीकमगढ़ जिला प्रशासन की होगी । 
एक ओर केंद्र सरकार मध्य प्रदेश सरकार को किसान हितैषी बताया जाता है वहीं किसान का महत्वपूर्ण कार्य यदि तालाब में पानी नहीं होगा तो किसानों की खेती कैसे संभव होगी। एसडीएम सहित अनेक अधिकारी कार्यालय में समय पर नहीं बैठते जिससे क्षेत्र की जनता अत्यधिक परेशान हो रही है। अंतरराष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग सुरक्षा संगठन ने प्रदेश के मुखिया डॉक्टर मोहन यादव से इस दिशा में तुरंत पहल करने की मांग करते हुए कहा है कि किसानों को जल समाधि लेने के पहले समस्या को संज्ञान में लेकर तुरंत कार्य प्रारंभ करवाना चाहिए।