दुनिया के कई देश युद्ध में घिरे हुए हैं। जहां रूस-यूक्रेन जंग को दो साल से ज्यादा का वक्त हो चुका है। इधर, हमास और इस्राइल बीते सात महीने से लड़ाई लड़ रहे हैं। अब तक 30 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। जहां सभी देश संघर्ष विराम की उम्मीद लगाए हुए थे। वहीं, अब एक बार फिर तनाव बढ़ गया है। हमास के तेल अवीव के वाणिज्यिक केंद्र पर हमले के बाद इस्राइल ने राफा में एक शिविर पर हवाई हमले तेज कर दिए हैं। इस हमले में कथित तौर पर कम से कम 35 फलस्तीनी मारे गए हैं। अब हमलों को लेकर भी हमास और इस्राइल में बहस छिड़ गई है। गाजा के अधिकारियों का कहना है कि विस्थापित लोगों के एक केंद्र पर इस्राइल ने हमला किया, जिसमें दर्जनों लोग मारे गए। जबकि इस्राइली सेना ने कहा कि उसने सिर्फ हमास के सदस्यों को निशाना बनाया था।

हमास संचालित क्षेत्र के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि हमलों में 35 लोगों की जान चली गई और दर्जनों घायल हो गए, जिनमें ज्यादातर बच्चे और महिलाएं थीं। वहीं, इस्राइली सेना ने कहा कि उसने सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर हमला किया था। साथ ही उसने वेस्ट बैंक में हमले करने के जिम्मेदार हमास के दो वरिष्ठ अधिकारियों को भी मार गिराया।गाजा में हमास द्वारा संचालित सरकारी मीडिया ने इस्राइल द्वारा किए हमले को नरसंहार करार दिया। कहा कि राफा के पास फलस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी द्वारा संचालित एक केंद्र को निशाना बनाया कर हमला किया गया।