जाने घर पर घड़ी लगाने का सही तरीका
अक्सर हम लोगों को यह कहते हुए सुनते हैं कि "समय ठीक नहीं चल रहा है" या यह कि "पलक झपकते ही सब कुछ बदल गया"। इन दोनों वाक्यों से ये अंदाजा लगाना बहुत आसान है कि हमे ईश्वर द्वारा दिया गया "समय" सबसे बेशकीमती तोहफा है। क्षण भर में ही समय किसी को राजा बना देता है तो किसी को रंक बना देता है। जिस घड़ी में हम समय देखते हैं उसके भी रखरखाव का बहुत महत्व होता है। हिंदू धर्म में कठिन समय से बाहर निकलने के लिए घर पर घड़ी रखने को लेकर कुछ उपाय कर सकते हैं। वास्तु के अनुसार घर में सजावट के समान से लेकर पीतल के बर्तन तक हर एक चीज को सही जगह पर रखने के वास्तु नियम होते हैं। सामान्य तौर पर लोग किसी भी दिशा में घड़ी को घर की दीवारों पर लटका देते हैं। मगर वास्तु वह विज्ञान है जो किसी भी स्थान के पंच तत्वों को नियंत्रित करने में मदद करता है। वास्तु के सिद्धांतों का पालन करके, आप अपने घर और कार्यस्थल में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ा सकते हैं, जिससे आपको सफलता, समृद्धि और खुशी प्राप्त करने में मदद मिल सकती है। इसलिए आइए इस लेख में घड़ी से संबंधित सारे वास्तु नियमों के बारे में जानते हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में दीवार घड़ी लगाने की शुभ दिशाएं उत्तर और पूर्व मानी जाती हैं। आइए विस्तार से जानते हैं-
उत्तर दिशा
इस दिशा के देवता कुबेर माने जाते हैं, जो धन के स्वामी हैं। उत्तर दिशा में घड़ी लगाने से घर में धन-दौलत का आगमन होता है और आर्थिक स्थिति मजबूत होती है।
पूर्व दिशा
सूर्य देव की दिशा मानी जाने वाली पूर्व दिशा सकारात्मक ऊर्जा और प्रगति का प्रतीक है। इस दिशा में घड़ी लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ता है और सभी कार्यों में सफलता मिलती है।
जरूरी हो तो आप पश्चिम दिशा में भी घड़ी लगा सकते हैं। पश्चिम दिशा के देवता वरुण माने जाते हैं, जो जल और संतान प्राप्ति का कारक माने जाते हैं। इस दिशा में घड़ी लगाने से घर में सुख-शांति बनी रहती है और संतान प्राप्ति का योग बनता है।
इन दिशाओं में भूल से भी न लगाएं घड़ी-
दक्षिण दिशा
यम देव की दिशा मानी जाने वाली दक्षिण दिशा में घड़ी लगाना अशुभ माना जाता है। इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ सकता है और आर्थिक परेशानियां आ सकती हैं।
ईशान कोण
ईशान कोण को देवताओं का स्थान माना जाता है। यहां घड़ी लगाने से देव-दोष लग सकता है।
दीवार घड़ी की देखभाल
घड़ी को दीवार पर लगाने के बाद इस बात का विशेष ध्यान रखें कि वह हमेशा चालू रहे। अगर बंद हो जाए तो उसे तुरंत चालू कर दें। रुकी हुई घड़ी रखना अशुभ माना जाता है। साथ ही, घड़ी को हमेशा साफ और अच्छी स्थिति में रखना चाहिए। टूटे हुए शीशे में भूल से भी दीवार घड़ी नहीं रखनी चाहिए। साथ ही घड़ी का समय सही होना चाहिए। अगर घड़ी सही समय नहीं बता रही है तो उसे तुरंत ठीक करें या बदल दें। घर में घड़ी लगाते समय इन बातों का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): ये लेख लोक मान्यताओं पर आधारित है। इस लेख में शामिल सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए अमर उजाला उत्तरदायी नहीं है।