छतरपुर। दद्दा जी इंटरनेशनल कल्चर सेंटर, संस्कृति मेजो द लैंड, इंडियन इन तूलूज, मेजो द 31, बनी ठनी, हार्टफुलनेस के प्रतिनिधियों ने 19 जून को महारानी लक्ष्मी बाई की पुण्यतिथि मनाई जिसमें भारी संख्या में तूलूज यूनिवर्सिटी के भारतीय विद्यार्थी एवं एयरबस में काम करने वाले तकनीकी इंजीनियर तथा योग और आयुर्वेद प्रेमी डॉक्टर और यूनिवर्सिटी प्रोफेसर ने भाग लिया। सभी ने साउथ फ्रांस की राजधानी तुलूज में अपनी अन्तरात्मा से बुंदेलखंड की रानी, रानी झांसी को नम आंखों से पुष्पांजलि अर्पित की।
इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में मतंगेश्वर सेवा समिति के पंडित सुधीर शर्मा ने कहा कि भारतीय इतिहास में महारानी लक्ष्मीबाई का स्थान महत्वपूर्ण शहीदों में लिया जाता है उनके बलिदान को हम हिंदुस्तानी कभी नहीं भूल सकते।
यह कार्यक्रम बुंदेलखंड की रानी लक्ष्मीबाई के लिए फ्रांस के तुलूस शहर में मनाया गया। इसमें शामिल भारतीय मूल के प्रवासियों में इंजीनियर सुरेंद्र गुप्ता, स्वाति गुप्ता, अविनाश, रामकृष्ण योग शिक्षक सकीना खान, हार्ट फुलनेश के प्रशिक्षक मुक्तारिया तथा बड़ी संख्या में हरे रामा -हरे कृष्णा के भक्तों सहित ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय फाउंडेशन और आर्ट ऑफ लिविंग के भक्तों ने भाग लिया।