ग्वालियर। ग्वालियर शहर के बहोड़ापुर थाना क्षेत्र के बारह बीघा कॉलोनी में नगर निगम के ठेकेदार नरेंद्र सिंह चौहान उनकी पत्नी सीमा चौहान और बेटे आदित्य चौहान की मौत के मामले में नरेंद्र के साल यानी उनकी पत्नी के भाई राजीव प्रताप सिंह गौर उर्फ गुड्डू को नामजद किया गया है। बहोडापुर पुलिस ने पांच दिनों की विवेचना के बाद पाया है कि सामूहिक आत्महत्या के पीछे नरेंद्र के साले राजीव प्रताप का ही हाथ रहा है। बहोडापुर पुलिस ने राजीव प्रताप गौर के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने का मुकदमा दर्ज किया है ।फिलहाल आरोपी फरार है ।पुलिस के मुताबिक नरेंद्र चौहान नगर निगम में ठेकेदारी के अलावा सड़कों के निर्माण के काम में जुटे हुए थे। वह उत्तर प्रदेश के मैनपुरी से यहां आकर अपनी ठेकेदारी से अच्छा खासा पैसा कमा चुके थे। उनका साला राजीव प्रताप सिंह गौर भी बाद में उनके साथ पार्टनर बन गया। जीजा साले मिलकर बड़े-बड़े ठेके लेने लगे। इस बीच करोड़ों के लेनदेन को लेकर जीजा साले में विवाद हो गया। राजीव प्रताप सिंह गौर ने अपने जीजा नरेंद्र सिंह चौहान की लोकायुक्त ईओडब्ल्यू सीएम हेल्पलाइन सहित अन्य जगह उनके भ्रष्टाचार और अनियमिताओं की शिकायत कर दी। जिसके कारण नरेंद्र सिंह चौहान काफी  परेशान रहने लगे। 24 और 25 सितंबर की दरमियानी रात उन्होंने अपनी 306 बोर की लाइसेंसी राइफल से पहले पत्नी सीमा को गोली मारी इसके बाद बेटे को गोली मारी और बाद में खुद भी सीने में गोली मार कर आत्महत्या कर ली। 25 सितंबर को इस सामूहिक आत्महत्या कांड का पता उस समय चला था जब उनके घर काम करने वाला संतोष रोजाना की तरह वहां पहुंचा था। लेकिन घर में कोई भी आवाज नहीं आने के कारण वह सीमा की पास में रहने वाली बहन के घर पहुंचा। वहां से उसे साथ में लाकर घर के भीतर जाकर देखा तो इस सामूहिक सनसनीखेज कांड का खुलासा हुआ। पुलिस ने आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरण का मुकदमा दर्ज करने के बाद राजीव प्रताप सिंह गौर की तलाश शुरू कर दी है।