हमारे जीवन में आने वाली विभिन्न तरह की परेशानियों का कारण कई बार समझ नहीं आता और ज्योतिष शास्त्र में इसका कोई ना कोई हल जरूर मिलता है. वहीं ज्योतिष में रत्न शास्त्र को भी काफी महत्व दिया गया है. जिसमें 9 रत्नों का उल्लेख मिलता है. हर रत्न नवग्रहों में से किसी ना किसी ग्रह से जुड़ा होता है. आप यदि सही रत्न को धारण करते हैं तो आपके जीवन में व्याप्त परेशानियों से आपको राहत मिलती है और कई समस्याओं का समाधान निकलता है. वहीं गलत रत्न धारण करने से स्वास्थ्य, आर्थिक आदि समस्यों की बाढ़ आ जाती है. 9 रत्नों में से एक गोमेद को राहु का रत्न कहा जाता है. ऐसे में इस रत्न को धारण करने से पहले जान लें कि किसे पहनना चाहिए और किसे नहीं? इस बारे में अधिक जानकारी दे रहे हैं भोपाल निवासी ज्योतिष आचार्य पंडित योगेश चौरे आइए जानते हैं.

मेष राशि वाले जातक
इस राशि का स्वामी मंगल है, जिसे युद्ध का देवता भी कहा गया है. पंडित जी के अनुसार, इस राशि के जातक उत्साह से भरे और काफी साहसी होते हैं. मेष राशि वालों को गोमेद रत्न भूल कर भी नहीं पहनना चाहिए क्योंकि इसका संबंध राहु से है और जब आप इस रत्न को धारण करते हैं तो आपको अशुभ परिणाम मिलते हैं.

कर्क राशि वाले जातक
इस राशि का स्वामी चंद्रमा है और ये लोग काफी भावुक और परिवार प्रेमी होते हैं. चूंकि चंद्रमा का प्रभाव इस राशि के जातकों पर गहरा होता है, ऐसे में आपको भी गोमेद रत्न को भूलकर भी धारण नहीं करना चाहिए. यदि आप इस रत्न को धारण करते हैं तो आपके जीवन में विभिन्न तरह की समस्याएं आ सकती हैं.

सिंह राशि वाले जातक
इस राशि के स्वामी सूर्य हैं और आमतौर पर इसलिए सूर्य का प्रभाव भी सिंह राशि के जातकों पर अधिक होता है. ऐसे में इन लोगों को गोमेद रत्न कभी भी धारण नहीं करना चाहिए. चूंकि सूर्य और राहु दोनों ही एक दूसरे ​के विरोधी माने जाते हैं, जिससे कई समस्याएं उत्पन्न होती हैं. ऐसे में आप इसे धारण करने से बचें.

मीन राशि वाले जातक
राहु को एक अशुभ ग्रह के रूप में जाना जाता है और मीन राशि के​ स्वामी बृहस्पति ग्रह है. ये दोनों ग्रह भी एक दूसरे के विरोधी माने जाते हैं. ऐसे में जब आप गोमेद रत्न धारण करते हैं तो आपके जीवन में कई तरह की समस्याएं आती हैं. आपको इस रत्न के धारण करने से मानसिक तनाव और चिंता बढ़ सकती है.