वॉशिंगटन । अमेरिका के पूर्व प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप की पार्टी रिपब्लिकन को सदन में बहुमत हासिल हो गया है। इससे  वर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन की मुश्किलें बढने वाली है। रिपब्लिकन पार्टी ने सदन को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक 218 सीटों पर जीत हासिल की। यह सीट भविष्यवाणी वाली सीट से कम है। बता दें कि जीओपी नेताओं के लिए कई चुनौतियां पेश करेगा और शासन करने में कई मुश्किलें भी खड़ी करेगा। इस जीत से राष्ट्रपति जो बाइडेन की भी मुसीबतें बढ़ गई हैं, क्योंकि रिपब्लिकन प्रमुख समितियों पर नियंत्रण रखेंगे, जिससे उनके परिवार और प्रशासन की जांच शुरू करने में आसानी मिलेगी।
एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चुनाव दिवस के एक हफ्ते से अधिक समय बाद भी वोटों की गिनती जारी है। अभी तक स्पष्ट रूप से ये नहीं कह सकते कि बहुमत का आकड़ा किसने पार किया, इसे फाइनल होने में कई और दिन या हफ्ते लग सकते हैं। फिलहाल तो  रिपब्लिकन ने डेमोक्रेटिक नियंत्रण से सदन को पलटने के लिए आवश्यक 218 सीटों को हासिल किया है।रिपब्लिकन ने मध्यावधि चुनाव अभियानों के दौरान मतदाताओं को दो मुख्य मुद्दों द्वारा विपरीत दिशाओं में खींचे गए थे। पहला महंगाई और दूसरा गर्भपात। पार्टी ने उच्च मुद्रास्फीति दर से उदारवादियों को निशाने पर लिया। मतदाताओं के मन से बाइडेन की लोकप्रियता भी घटने लगी थी, जब मासिक किराना, गैसोलीन और किराए के बिलों में उन्होंने तेज वृद्धि को देखना शुरू किया। 
बता दें कि साल 2001 में पार्टी के पास 221-212, दो निर्दलीय उम्मीदवारों के साथ सिर्फ नौ सीटों का बहुमत था। अमेरिका के मध्यावधि चुनाव में 218 सीटें रिपब्लिकन की बड़ी जीत की भविष्यवाणी से बहुत कम है।रिपोर्ट के अनुसार, वहीं बाइडेन की पार्टी डेमोक्रेटिक द्वारा वर्जीनिया से मिनेसोटा और कान्सास तक उपनगरीय जिलों पर कब्जा कर लिया गया है, जिससे जीओपी नेता केविन मैक्कार्थी के स्पीकर बनने प्लान मुश्किल में पड़ सकता है, क्योंकि कंजरवेटिव सदस्यों ने उन्हें समर्थन करने को लेकर कई सवाल किए हैं। यह रिपब्लिकन का 21 वीं सदी में बहुमत का सबसे कम आकड़ा है।