छतरपुर। शहर के मोटे के महावीर मंदिर में हर वर्ष शरद पूर्णिमा के दिन श्वास रोग निदान शिविर का आयोजन किया जाता है, उसी क्रम में इस वर्ष भी यह वार्षिक शिविर लगाया जा रहा है। मोटे के महावीर मंदिर समिति ने शिविर की तैयारियां पूर्ण कर ली हैं, आज रात को मंदिर परिसर में श्वांस रोगियों को अमृतरूपी दवा का वितरण किया जाएगा।
मंदिर समिति के सचिव एडवोकेट आनंद शर्मा ने बताया कि यह शिविर विश्व आयुर्वेद परिषद के सहयोग से लगाया जा रहा है। शिविर में शामिल होने के लिए मरीज को पंजीयन कराना होता है, जो पिछले कई दिनों से मंदिर में किए जा रहे थे। इसके साथ ही करीब 20 दिनों से मंदिर समिति द्वारा शिविर की तैयारियां भी की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि आज शरद पूर्णिमा की मध्य रात्रि में श्वांस रोगियों को गाय के दूध से बनी खीर के साथ दवा दी जाएगी, जिसका सेवन करने से उनकी बीमारी दूर होगी। श्री शर्मा ने बताया कि पिछले लगभग दो दशकों से मंदिर में यह आयोजन होता आ रहा है। ऐसी मान्यता है कि शिविर में दवा का सेवन करने वाले मरीज, एक बार की दवा से ही पूरी तरह स्वस्थ्य हो जाते हैं और इन्हें इसके बाद किसी भी प्रकार की दवा का सेवन नहीं करना पड़ता है।