दमोह। मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा लगातार गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की बात की जा रही है।  मगर हम आपको ऐसे विद्यालय की दास्तान बता रहे हैं। जहां पर हर समय नौनिहालों के सिर पर मौत का साया मडराता जाता रहता है। इस पूरे मामले में अभी तक प्रशासन के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं की गई है।
हम बात कर रहे हैं जनपद शिक्षा केंद्र बटियागढ़ के अंतर्गत शासकीय माध्यमिक शाला खिरिया असली की। जहां पर कई कमरे जर्जर हालत में हो गए हैं और वहीं पर विद्यालय का संचालन हो रहा है। खास बात यह है कि कुछ कमरों में सीलिंग से छज्जा भी गिर रहा है क्लास से लगाई जा रही है मगर पूरी बिल्डिंग एक साथ जुड़ी होने के कारण कभी भी गंभीर हादसा हो सकता है।
इस पूरे मामले में प्रशासन को तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता जताई जा रही है। विद्यालय के शिक्षकों के द्वारा लगातार विद्यालय के संबंध में पूरी जानकारी उच्च अधिकारियों को दी गई है। मगर अभी तक कोई भी कार्यवाही सुनिश्चित नहीं की जा रही है। बता दें कि शासकीय माध्यमिक शाला खिरिया असली करीब दो सौ छात्र छात्रों अध्यनरत हैं और लगभग 6 शिक्षक मौजूद हैं। वहीं  बाकी अतिथि शिक्षक के रूप में यहां पर सेवाएं दे रहे हैं। विद्यालय को देखकर यह स्थिति स्पष्ट हो रही है कि नौनिहालों के सिर पर मौत का साया मडराता हुआ नजर आता है।
वहीं ग्रामीणों और छात्राओं के परिजनों आरोप लगाते हुए बताया है कि विद्यालय की बिल्डिंग जर्जर है सीलिंग से छड़ निकली हुई है सीलिंग से प्लास्टर गिरता है कुछ कमरों में चद्दर सीलिंग पर डाली हुई है तो कुछ कमरों में बरसा दी डालकर के क्लास में लगाई जा रही है अगर ऐसे में दुर्घटना होती है तो फिर क्या प्रशासन जिम्मेदारी लेगा  वहीं मामले में बटियागढ़ बीआरसी उमेश पाठक पाठक का कहना है कि के बारिश होने के कारण जो बिल्डिंग जर्जर है उन्हें गोंड खनिज की राशि विद्यालयों के लिए जारी होनी है विद्यालय को सूची में जोड़कर अति शीघ्र ही रिपेयरिंग का कार्य किया जाएगा और जर्जर भवनों में जो विद्यालय का संचालन हो रहा है दुर्घटना होने के पहले सुधार कार्य किया जाएगा।