छतरपुर। श्री कृष्णा विश्वविद्यालय के इंजिनियरिंग संकाय द्वारा 15 सितंबर अभियंता दिवस से प्रारम्भ हुए साप्ताहिक कार्यक्रम का 21 सितंबर को समापन हुआ। विगत 6 दिनों से प्रति दिन एक नए विषय पर विभिन्न कार्यक्रम के अंतर्गत पोस्टर, मॉडल, प्रश्नोत्तरी, प्रौद्योगिकी के जागरूकता से संबंधित व्याख्यानमाला आदि प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया।
21 सितंबर को समापन दिवस पर विश्वविद्यालय सभागार में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि छतरपुर पीडब्लयूडी विभाग के एसडीओ माननीय राम स्नेही, विशिष्ट अतिथि एमपीईबी छतरपुर के एक्सक्यूटिव इंजीनियर आर.के. पाठक ए.के. इंफ्ऱा के जनरल मैनेजर अनुपम खरे के साथ विश्वविद्यालय के कुलाधिपति डॉ. बृजेन्द्र सिंह गौतम, चैयरमेन डॉ. पुष्पेन्द्र सिंह गौतम, उपकुलगुरु डॉ. गिरीश त्रिपाठी तथा मानव संसाधन प्रमुख डॉ. शिवेन्द्र सिंह परमार उपस्थित रहे।
 डॉ. मेघना मिश्रा ने अपने स्वागत भाषण में सभी आगंतुक अतिथियों का परिचय देते हुए उनका स्वागत किया तथा अपने वक्तव्य में कहा कि इंजीनियर हमारे भविष्य को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।  
मुख्य अतिथि राम स्नेही ने अपने वक्तव्य में कहा भारतरत्न सर डॉ. मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया के जन्मदिवस को अभियंता दिवस के रूप में मनाया जाता है। डॉ. विश्वेश्वरैया का जन्म मैसूर में 15 सितम्बर 1861 को हुआ था। गरीब परिवार में जन्मे विश्वेश्वरैया ने देश ही नहींए दुनियाभर में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। 1955 में विश्वेश्वरैया जी को भारतरत्न से सम्मानित किया गया। उनके नाम पर डाक टिकट भी जारी हुआ। सिविल, मैकेनिक, इलेक्ट्रिकल, सॉफ्टवेयर व ऑटो आदि विभिन्न क्षेत्रों में इंजीनियरों की प्रतिभा देखने को मिल रही हैं।   विशिष्ट अतिथि आर. के. पाठक ने अपने वक्तव्य में कहा कि इंजीनियरिंग के लिए इन कला कौशल की अधिक गहन समझ की आवश्यकता होती है। एक इंजीनियर को अपनी भूमिकाओं के तकनीकी कौशल में महारत हासिल होनी चाहिए और साथ ही बड़े पैमाने पर समान समस्याओं से निपटने में सक्षम होना चाहिए।  
 विश्वविद्यालय के कुलाधिपति ने अपने वक्तव्य में कहा कि एक इंजीनियर के रूप में हमें नवीनतम प्रौद्योगिकी रुझानों के बारे में जानकारी एकत्र कर नवाचार करते रहना चाहिए। इंजीनियर होने की चुनौतियों को भी स्वीकार करना चाहिए। हमारे विश्वविद्यालय के इंजनीयरिंग विभाग के विद्यार्थियों को विद्युत प्रणालियां ट्रांसड्यूसर, सिग्नल कंडीशनर, विद्युत सर्किट सिद्धांत, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण व सर्किट और अन्य इलेक्ट्रिकल सामग्री के उपयोग से छात्र सुनील अहिरवार, हेमचंद्र अहिरवार, राजू अहिरवार, सुशील अहिरवार, अजय अहरिवार, शैलेन्द्र कुशवाहा ने डॉ. मेघना मिश्रा तथा विष्णु कुमार के निर्देशन में विभाग के सभी प्राध्यापकों के सहयोग से एसकेयू इलेक्ट्रॉनिक कार को निर्मित करने का असाधारण कार्य कर अपनी प्रतिभा को दिखाया। चेयरमैन डॉ. पुष्पेन्द्र सिंह गौतम ने अपने वक्तव्य में कहा कि साप्ताहिक कार्यक्रम के अंतर्गत इंजिनियरिंग विभाग के छात्र-छात्राओं द्वारा बनाए गए विभिन्न प्रकार के मॉडल निश्चित ही तकनीकी क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देंगे और नवोदित इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों को भी प्रेरित करेंगे।  
इंजिनियरिंग विभाग के विद्यार्थियों द्वारा इस सत्र में शैक्षणिक, खेलकूद, सांस्कृतिक और अन्य गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए मंचासीन अतिथियों द्वारा स्मृति चिह्न व प्रमाण पत्र प्रदान कर उनका उत्साहर्वधन किया। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. प्रणति चतुर्वेदी ने और आभार इंजिनियरिंग संकाय के सहायक प्राध्यापक आदित्य लखेरा ने व्यक्त किया।