स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको पर बुधवार को हुए हमले को लेकर वहां के आंतरिक मामलों के मंत्री मेटस सुटेज ने बड़ा दावा किया है। उन्होंने कहा कि  पीएम फिको की हत्या की कोशिश ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। उन्होंने बुधवार को दावा किया था कि हमले की शुरुआती जांच में फीको पर हमले के पीछे पाया गया कि यह राजनीति से प्रेरित था। हालांकि, गुरुवार को वे अपने पूर्व बयान से पलट गए। गुरुवार को उन्होंने कहा कि जिस संदिग्ध पर हमले का आरोप लगाया गया है, उसका किसी भी राजनीतिक समूह से संबंध नहीं है। उसने अकेले ही इस हमले को अंजाम दिया है। हालांकि उन्होंने हमले के पीछे की वजह स्पष्ट नहीं की। 

इसके साथ ही प्रधान मंत्री रॉबर्ट फिको पर हमला करने वाले संदिग्ध पर पूर्व-निर्धारित हत्या का आरोप लगाया गया है। आंतरिक मामलों के मंत्री ने कहा कि इस हमले का वो अकेला मास्टरमाइंड है। बीते महीने हुए राष्ट्रपति चुनाव को लेकर उसने हाल ही में सरकार विरोधी भावना व्यक्त की थी।

इससे पहले, अस्पताल के एक अधिकारी ने फिको की हालत की जानकारी दी थी। उन्होंने कहा कि गुरुवार को उनकी हालत गंभीर लेकिन स्थिर थी। बता दें कि बुधवार को स्लोवाकिया की राजधानी ब्राटीस्लावा के हैंडलोवा शहर में उन पर कई गोलियां बरसाईं गई। उन पर हमला तब किया गया जब एक सरकारी मीटिंग के बाद फिको अपने समर्थकों से मिल रहे थे। इसी दौरान हमलावर ने रॉबर्ट फिको को करीब से पांच गोलियां मार दी। वहीं प्रधानमंत्री के सुरक्षाकर्मियों ने मौके से ही आरोपी हमलावर को पकड़ लिया, जिसकी पहचान जुराज सिनटुला (71 वर्षीय) के रूप में हुई है। आरोपी एक कवि है और बताया जा रहा है कि वह, रॉबर्ट फिको की नीतियों से नाराज था और इसी के चलते उसने फिको पर हमला किया। लोकलुभावन नेता को जान से मारने की इस कोशिश ने छोटे से देश को हिलाकर रख दिया है। यूरोपीय चुनावों से कुछ हफ्ते पहले पूरे महाद्वीप में इसकी गूंज सुनाई दी है।कई लोगों ने इस हमले के लिए आंशिक रूप से अत्यधिक राजनीतिक ध्रुवीकरण को जिम्मेदार ठहराया है जिसने देश को विभाजित कर दिया है।

कौन हैं रॉबर्ट फिको

रॉबर्ट फिको का जन्म साल 1964 में हुआ और उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत स्लोवाकिया की आजादी के बाद कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्य के तौर पर की। रॉबर्ट फिको के पास कानूनी की डिग्री है और उन्हें वकालत का लंबा अनुभव है। स्लोवाकिया की राजनीति में रॉबर्ट फिको एक बड़ा नाम हैं। रॉबर्ट फिको ने साल 1992 में स्लोवाकिया की संसद का चुनाव लड़ा और साल 1999 में वह स्मेर (डायरेक्शन) पार्टी के अध्यक्ष बन गए थे। रॉबर्ट फिको का झुकाव वामपंथी विचारधारा की तरफ है और उन्हें रूस समर्थक नेता माना जाता है। बीते साल ही रॉबर्ट फिको स्लोवाकिया के पीएम चुने गए और यह उनका बतौर पीएम चौथा कार्यकाल है। रॉबर्ट फिको ने यूक्रेन युद्ध के मुद्दे पर अमेरिका और नाटो देशों के रुख की आलोचना भी की थी, जिसके चलते उन्हें आलोचना भी झेलनी पड़ी थी।