पन्ना। शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं और कार्यक्रमों का लाभ आमजनों को निश्चित समयावधि पर प्रदान करना सुनिश्चित किया जाए। जनहितैषी निर्माण कार्यों के लोकार्पण व भूमिपूजन में जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित करने के साथ ही स्थानीयजनों को कार्यों के लाभ के बारे में जागरूक भी करें। साथ ही विभागीय अधिकारियों द्वारा समन्वय के साथ कार्य कर समयावधि में लक्ष्यपूर्ति का प्रयास भी किया जाए। यह बात उच्च शिक्षा, तकनीकी शिक्षा एवं आयुष मंत्री तथा पन्ना जिले के प्रभारी मंत्री इन्दर सिंह परमार ने कही।
    प्रभारी मंत्री ने कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में शुक्रवार को अधिकारियों के साथ बैठक कर विभागीय गतिविधियों व कार्यों के क्रियान्वयन की विस्तृत समीक्षा की। प्रथम बैठक में अधिकारियों से परिचय भी प्राप्त किया। बैठक में पूर्व कैबिनेट मंत्री एवं विधायक बृजेन्द्र प्रताप सिंह सहित विधायक प्रह्लाद लोधी एवं राजेश वर्मा, जिला पंचायत अध्यक्ष मीना राजे, नपाध्यक्ष मीना पाण्डेय, बृजेन्द्र मिश्रा, कलेक्टर सुरेश कुमार, जिला पंचायत सीईओ संघ प्रिय, वन मंडल अधिकारी उत्तर गर्वित गंगवार, दक्षिण पुनीत सोनकर, पन्ना टाइगर रिजर्व के उप संचालक मोहित सूद तथा अन्य विभागों के अधिकारी भी उपस्थित थे।
    प्रभारी मंत्री श्री परमार ने जिले में आयुष्मान कार्ड की प्रगति संबंधी जानकारी लेकर जननी सुरक्षा योजना के स्वीकृत प्रकरणों में अब तक लाभ से वंचित महिला हितग्राहियों की संख्या के बारे में जानकारी ली और जननी सुरक्षा सहित सभी विभागों के हितग्राहीमूलक प्रकरणों में अविलंब लाभ प्रदान करने के लिए कार्यवाही के संबंध में निर्देशित किया। इसी तरह निर्धारित समय सीमा में असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों और समस्त संबल हितग्राहियों को राशन वितरण के संबध में निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति में पात्र हितग्राही राशन प्राप्त करने से वंचित न रहे। साथ ही निर्देश दिए कि आमजनों को विभागीय हितलाभ से लाभांवित करने के लिए शिविर लगाएं और इसकी सूचना जनप्रतिनिधियों को भी दें।
    प्रभारी मंत्री ने कहा कि विद्यालयों में शिक्षा की गुणवत्ता और मूलभूत सुविधाओं को विकसित करने पर ध्यान दें। नियमित रूप से स्कूल की मॉनीटरिंग सुनिश्चित की जाए। जिला शिक्षा अधिकारी और डीपीसी भी नियमित रूप से विद्यालयों का भ्रमण कर बच्चों की एकेडमिक व अन्य दक्षताओं का आंकलन करें। पीएम श्री और सीएम राइज स्कूलों में निर्धारित मानक अनुसार सभी व्यवस्थाएं व सुविधाओं का विकास सुनिश्चित हो। स्कूल भवन के लिए भूमि की आवश्यकता संबंधी प्रकरण का तत्काल निराकरण करें। साथ ही शिक्षकों के जरूरी प्रशिक्षण की कार्यवाही भी की जाए। उन्होंने छात्रावास में भोजन व्यवस्था की जानकारी भी ली। साथ ही स्कूल, आंगनबाड़ी केन्द्र व छात्रावासों के आकस्मिक निरीक्षण तथा किसी भी लापरवाही पर संबंधित के विरूद्ध सख्त कार्यवाही के लिए कहा। प्रभारी मंत्री ने कहा कि सभी शैक्षणिक संस्थाओं को बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए उन्नत रूप में विकसित करें। इस दौरान वोकेशनल एजुकेशन और पुस्तक वितरण, गणवेश व साइकिल वितरण की जानकारी ली। इसके अलावा पूर्व में गुणवत्ताहीन गणवेश वितरण शिकायत के संबंध में समिति बनाकर जांच के निर्देश भी दिए।
    प्रभारी मंत्री ने जिला परियोजना समन्वय को मध्यान्ह भोजन वितरण व्यवस्था के सुचारू रूप से संचालन के उद्देश्य से औचक एवं सतत भ्रमण के लिए निर्देशित किया। साथ ही डीईओ एवं डीपीसी को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के ड्राफ्ट का अध्ययन कर नीति के प्रावधान अनुसार विद्यालयों में शैक्षणिक कार्यों के क्रियान्वयन के लिए अपडेट रहने के निर्देश दिए। श्रम विभाग की समीक्षा के दौरान अनुग्रह राशि के तत्काल स्वीकृति और व्यवहारिक कठिनाईयों को दूर करने के लिए निर्देशित किया। इसी तरह आगामी विवाह मुहूर्त में तिथि निश्चित कर गरीब कन्याओं के विवाह कार्यक्रम आयोजित करने के लिए कहा।
    प्रभारी मंत्री ने किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग की समीक्षा के दौरान कृषकों के लिए प्रत्येक विकासखण्ड में ग्राम चिन्हांकित कर आवश्यक प्रशिक्षण आयोजित करने के निर्देश दिए। कृषि को सुधार की ओर ले जाने के उद्देश्य से प्रशिक्षण में किसानों को आवश्यक जानकारी से अवगत कराने के लिए कहा। साथ ही जैविक एवं प्राकृतिक खेती को अपनाने तथा उर्वरकों के अधिक एवं निर्धारित सीमा से ज्यादा उपयोग से होने वाले नुकसान से भी किसानों को अवगत कराने के निर्देश दिए। उप संचालक पशुपालन को विभाग की योजनाओं से लोगों के जीवन में बदलाव लाने के लिए छोटे एवं नवीन किसानों व हितग्राहियों को लाभांवित करने के लिए कहा। साथ ही पीएम स्वनिधि योजना के बेहतर क्रियान्वयन के लिए भी आवश्यक निर्देश दिए। इस दौरान सड़क व विद्युतविहीन ग्रामों की जानकारी लेकर कार्ययोजना तैयार करने और लाभ प्रदान करने के निर्देश दिए गए। सभी अधिकारियों को हितग्राहीमूलक योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन के लिए विकासखण्ड स्तर पर योजना तैयार कर प्रचारित करने के लिए भी कहा। इसी तरह एक जिला एक उत्पाद के तहत आंवला उत्पाद यूनिट को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक प्रयास, आयुष विभाग के हर्बल गार्डन एवं देवारण्य योजना के क्रियान्यवन, 100 से ज्यादा आबादी वाले ग्रामों में सड़क सुविधा के लिए आवश्यक सर्वे इत्यादि के संबंध में भी निर्देशित किया गया। अन्य विभागों के योजनाओं की भी समीक्षा हुई। प्रभारी मंत्री श्री परमार ने बैठक के पूर्व सर्किंट हाउस में स्थानीय जनप्रतिनिधियों से भेंट की और श्री जुगल किशोर मंदिर पहुंचकर दर्शन लाभ भी प्राप्त किया।