लखनऊ। फिल्म को हिट या सुपरहिट बनाने में मुख्य भूमिका निभाने वाले अभिनेताओं के साथ सहयोगी कलाकारों का रोल महत्वपूर्ण होता है। मनोज बाजपेयी अभिनीत फिल्म ‘भैयाजी’ में सहयोगी स्थानीय कलाकारों ने भी दमदार भूमिकाएं निभाई हैं।

शुक्रवार को रिलीज इस फिल्म में लोकल कलाकार भैयाजी के पिता, होने वाले ससुर, पड़ोसी, चाचा सहित अन्य किरदारों के रूप में जच रहे हैं।

इस शख्स ने निभाया भैया जी के पिता का किरदार

पिता बने उदयवीर सिंह यादव स्थानीय अभिनेता उदयवीर सिंह को इस फिल्म में भैयाजी का पिता बनाया गया है। फिल्म में जिस घर में भैयाजी रहते हैं, उसके आंगन में उनके पिता की प्रतिमा लगी है। भैयाजी कोई भी काम करने से पहले पिताजी का आशीर्वाद लेना नहीं भूलते। उदयवीर ने बताया कि भैयाजी ने अपने पिता की प्रतिमा के नीचे जमीन में हथियारों को छिपा रखा था। वह मार-काट की दुनिया से आगे बढ़ चुके थे, लेकिन जब उनके छोटे भाई की हत्या होती है तो वह फिर से फाइटर बन जाते हैं।

पिता के दोस्त का निभाया किरदार फिल्म में जिया अहमद खान ने भैयाजी के पिता के दोस्त (संतोष) का किरदार निभाया है। वह बताते हैं, जब भैयाजी अपने छोटे भाई की हत्या का बदला लेने दिल्ली जाते हैं, तब वह अपने पांच अन्य साथियों संग बिना बताए वहां पहुंच जाते हैं। भैयाजी को राणा सांगा की कहानी सुनाकर प्रोत्साहित करते हैं। अहसास कराते हैं कि किसी भी लड़ाई में बुजुर्गों का साथ होना आवश्यक है।

फिल्म में भैयाजी से जो लड़की प्यार करती है, उसके पिता का रोल लखनऊ के अमित सिन्हा ने निभाया है। उन्होंने बताया कि भैयाजी से बेटी शादी तय होती है, लेकिन जब उनके (भैयाजी) भाई की हत्या कर दी जाती है तो पता चलता है कि वह पहले से बाहुबली रहे हैं। लड़की का पिता शादी से मना कर देता है। तब बेटी कहती है कि अगर यह पता चलने से पहले शादी हो गई होती तो क्या करते? पिता निरुत्तर हो जाते हैं और बेटी भैयाजी से मिलने चली जाती है।

ये स्थानीय कलाकार भी रहे अहम भूमिकाओं में

अभिनेता श्रीप्रकाश बाजपेयी को फिल्म में डायपरमैन का किरदार मिला है। नाम भले ही मजाकिया हो, लेकिन उनकी भूमिका वरिष्ठ नागरिक की है। भैयाजी उन्हें चाचा कहकर संबोधित करते हैं। उन्होंने बताया कि हमने 12 दिनों तक मनोज के साथ शूटिंग की। गुलाबो सिताबो, रेड, कागज, लकीरें और कंजूस मक्खीचूस जैसी फिल्मों में काम करने वाले बाजपेयी ने भैयाजी में छोटा किंतु, अच्छा अभिनय किया है।

संदीप यादव ने इस फिल्म में मर्च्युरी कर्मचारी का किरदार निभाया है। मर्च्युरी में भैयाजी अपने छोटे भाई के शव के बारे में पूछते हैं तो वह गुमराह करते हैं कि शव अंत्येष्टि के लिए भेज दिया है। इस पर भैयाजी नाराज हो जाते हैं और कर्मचारी से हाथापाई पर उतारू हो जाते हैं। मर्च्युरी कर्मचारी उनके भाई की हत्या की साजिश में शामिल रहता है।

लखनऊ में कहां हुई भैया जी की शूटिंग

फिल्म के लाइन प्रोड्यूसर इकबाल जाफरी ने बताया कि ‘भैयाजी’ की शूटिंग लखनऊ में सिटी स्टेशन, चारबाग स्टेशन, पक्का पुल सहित कई स्थानों पर की गई है। बाराबंकी और रायबरेली में भी दृश्य फिल्माए गए हैं। उन्होंने बताया कि फिल्म में युआन मिश्र, उमेश शुक्ला, प्रभात लहरी, विजय सिंह, करन उपाध्याय, धनराज बाजपेयी, सत्यम मिश्रा, रोहित जोशी, अचला बोस, लाल मोहम्मद, अभय बाजपेयी आदि स्थानीय कलाकारों ने भी काम किया है।