आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में मानसिक तनाव होना बहुत आम बात है। मगर वास्तु शास्त्र की मदद से आप अपने राशि के अनुसार घर में कुछ बदलाव करके तनाव को कम कर सकते हैं। वास्तु शास्त्र एक प्राचीन भारतीय परंपरा है जो सकारात्मक ऊर्जा से भरे संतुलित और सामंजस्यपूर्ण वातावरण बनाने में मदद करता है। इसलिए आइए राशि के अनुसार जानते हैं कौन से वास्तु उपाय किन राशि के लोगों के तनाव कम करने में मदद कर सकते हैं।

मेष 
मेष राशि के जातक ऊर्जा से भरपूर और महत्वाकांक्षी होते हैं, जिस कारण इन्हें तनाव होने की संभावना ज्यादा रहती है। तनाव को कम करने के लिए इन्हें अपने घर के उत्तर-पूर्व कोने में ध्यान और विश्राम करने के लिए एक कमरा जरूर बनाना चाहिए। इसके साथ ही हरे और नीले जैसे शांत रंगों का इस्तेमाल करना चाहिए, इससे भी लाभ मिलेगा।

वृषभ 
वृषभ राशि के जातक भरोसेमंद होते हैं और अक्सर अपनी दिनचर्या में बदलाव आने से परेशान हो जाते हैं। इन्हें अपने घर के दक्षिण-पश्चिम क्षेत्र में शांत वातावरण बनाने के लिए हल्के रंगों जैसे पेस्टल और पृथ्वी के रंगों का इस्तेमाल करना चाहिए। साथ ही, साफ-सुथरी और व्यवस्थित जगह इन्हें तनाव कम करने में मदद करेगी।

मिथुन 
मिथुन राशि के जातक ज्ञान और विचारों से अत्यधिक उत्तेजित हो जाते हैं। ऐसे में इन्हें तनाव कम करने के लिए अपने घर के उत्तर-पूर्व या उत्तर-पश्चिम भाग में एक खास जगह पढ़ाई के लिए बनानी चाहिए। मिथुन राशि के लोगों को शांत वातावरण में काम करना चाहिए इसके लिए हल्के रंगों का इस्तेमाल करें और आस-पास के जगह को व्यवस्थित रखें।

कर्क 
ये जातक बहुत संवेदनशील होते हैं और बहुत जल्दी अपने वातावरण से प्रभावित होते हैं। इन्हें अपने घर में उत्तर-पश्चिम या उत्तर दिशा में विश्राम करने के लिए एक शांत और सुखदायक जगह बनानी चाहिए। मद्धम रोशनी और हल्के रंगों जैसे पेस्टल का उपयोग करके शांत वातावरण बनाया जा सकता है।

सिंह 
जब सिंह राशि के जातकों को लगता है कि खुद को रचनात्मक रूप से व्यक्त करने के लिए कम अवसर मिल रहे हैं, तो वो तनावग्रस्त हो सकते हैं। ऐसे में इन्हें अपने घर के उत्तर-पूर्व या उत्तर भाग में अपने शौक और रचनात्मक कार्यों के लिए एक कमरा खासतौर पर बनाना चाहिए। चमकीले और गर्म रंग इन्हें रचनात्मक बनने में मदद कर सकते हैं और तनाव कम कर सकते हैं।

कन्या 
कन्या राशि के जातक पूर्णतावादी होते हैं और जब चीजें व्यवस्थित नहीं होती हैं तो घबरा जाते हैं। इन्हें अपने पूरे घर में हर चीज को साफ और व्यवस्थित रखना चाहिए। ये  उत्तर-पूर्व या उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में एक विशेष कार्य स्थल स्थापित करने से बेहतर ध्यान केंद्रित कर पाएंगे और कम तनाव महसूस करेंगे।

तुला 
तुला राशि के जातक असहमति और कलह की स्थिति में तनावग्रस्त हो सकते हैं। इन्हें अपने घर में रहने का कमरा बनाते समय सामंजस्य और संतुलन बनाने के लिए शांत रंगों और हल्की रोशनी का इस्तेमाल करना चाहिए। साथ ही, उत्तर-पूर्व कोने में कुछ ताजे फूल या पौधे रखने से भी मन की सुकून मिल सकता है।

वृश्चिक 
वृश्चिक राशि के जातक भावुक होते हैं और आसानी से नकारात्मक ऊर्जा को ग्रहण कर लेते हैं। इन्हें अपने घर में उत्तर-पूर्व कोने को विश्राम और ध्यान करने के लिए एक स्थान के रूप में इस्तेमाल करना चाहिए। प्राकृतिक तत्वों और शांत रंगों जैसे नीले रंग का संयोजन करके ये तनाव को संभालना सीख सकते हैं।

धनु 
धनु राशि के जातकों को बंधे रहने पर वे चिंतित हो सकते हैं। इन्हें अपने घर को हवादार और खुला महसूस कराना चाहिए, जहां प्राकृतिक प्रकाश भरपूर मात्रा में आए और घूमने-फिरने के लिए जगह हो। उत्तर-पूर्व या पूर्व दिशा के कोनों में रखे गए इंडोर पौधे शांति और सौम्यता को बढ़ावा दे सकते हैं।

मकर 
मकर राशि के जातक कर्तव्य की भावना से ज्यादा तनावग्रस्त हो सकते हैं। इनके घर के दक्षिण-पूर्व या दक्षिण दिशा में कार्यस्थल होना चाहिए जो साफ और सुथरा हो।

कुंभ 
कुंभ राशि के जातक जब अपने विचारों और सामाजिक मुद्दों से कटे हुए महसूस करते हैं, तो वे तनावग्रस्त हो सकते हैं। इन्हें अपने घर में चिंतन और आत्म-परीक्षा के लिए एक शांत क्षेत्र चुनना चाहिए। शांत रंगों और आरामदायक कुर्सियों के साथ ये जातक आराम और तनाव दूर कर सकते हैं।

मीन 
मीन राशि के जातक अत्यधिक संवेदनशील होते हैं और जल्दी अपने वातावरण से प्रभावित हो सकते हैं। इन्हें अपने घरों के दक्षिण-पश्चिम कोने में शांत और सुखदायक सोने का स्थान बनाना चाहिए। शांत रंग, आरामदायक बिस्तर और मद्धम रोशनी इन्हें आराम करने और तनाव कम करने में मदद करेगी।

वास्तु शास्त्र के इन सरल उपायों को अपनाकर आप अपने राशि के अनुसार घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार कर सकते हैं और तनाव को कम कर सकते हैं।