मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे देश में लोगों को अब 4 जून का इंतजार है, जब लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आएंगे। इससे पहले 1 जून को सातवें चरण के मतदान होना है। मध्य प्रदेश की 29 सीटों के लिए वोट डाले जा चुके हैं। एमपी तक की रिपोर्ट के मुताबिक, मध्यप्रदेश में इसबार ऐसे नौ सीट हैं, जहां शत-प्रतिशत सांसदों का बदलना तय है।

मध्य प्रदेश में चार चरणों 29 सीटों के लिए मतदान संपन्न हो चुके हैं। राज्य में बीजेपी 29 में 29 सीटें जीतने का दावा कर रही है। वहीं कांग्रेस 10 से 15 सीटें जीतने का दावा कर रही है। लेकिन राज्य में नौ सीटें इस बार ऐसी जरूर हैं, जहां से नए सांसदों का जीतना तय है। भोपाल, होशंगाबाद, सीधी, जबलपुर, बालाघाट, ग्वालियर, सागर दमोह और मुरैना लोकसभा सीटों पर कांग्रेस और बीजेपी ने नए कैंडिडेट्स को टिकट दिए हैं।

भोपाल सीट से बीजेपी ने आलोक शर्मा को उम्मीदवार बनाया है जबकि कांग्रेस ने अरुण श्रीवास्तव को पहली बार चुनाव लड़वाया है साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने पिछले चुनाव में यहां से चुनाव जीता था। होशंगाबाद में बीजेपी ने दर्शन सिंह चौधरी को उम्मीदवार बनाया है जबकि कांग्रेस ने संजय शर्मा को उम्मीदवार बनाया है। यहां पिछले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के उदय प्रताप सिंह चुनाव जीते थे। जबलपुर से बीजेपी ने आशीष दुबे को उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस ने दिनेश यादव को उम्मीदवार बनाया है। पिछले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के राकेश सिंह चुनाव जीते थे, जो अब मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री हैं।

इसी तरह 2019 में सीधी सीट पर रीति पाठक सांसद चुनी गई थी, लेकिन इस बार बीजेपी ने राजेश मिश्रा को टिकट दिया है। वहीं, कांग्रेस ने कमलेश्वर पटेल को उम्मीदवार बनाया है। बालाघाट सीट पर 2019 में बीजेपी के ढाल सिंह बिसेन जीतकर सांसद बने थे, लेकिन 2024 के चुनाव में भारती पारधी उनकी जगह लड़ रही हैं। सागर सीट पर भी भाजपा के और कांग्रेस के बीच मुकाबला है, जहां पिछले बार राजबहादुर सिंह जीते थे। इसके अलावा, दमोह में प्रहलाद सिंह पटेल को बीजेपी ने पिछले चुनावों में उतारा था, लेकिन इस बार उनकी भूमिका राज्य सरकार में है। इस बार बीजेपी ने राहुल सिंह लोधी को उम्मीदवार बनाया है, जो कांग्रेस के दरबार लोधी के खिलाफ लड़ेंगे।