श्योपुर। बिजली कंपनी की मनमानी एवं बिजली कंपनी से संबंधित समस्याओं के समाधान करवाने के लिए सोमवार को भारतीय किसान यूनियन (चढूनी) के प्रदेश अध्यक्ष किसान नेता राधेश्याम मीणा मूंडला के नेतृत्व में हजारेश्वर, पार्क में एकत्रित होकर मोटरसाइकिल रेली निकालकर बिजली कंपनी श्योपुर के महाप्रबंधक के दफ्तर का घेराव करके मुख्यमंत्री मोहन यादव के नाम बिजली कंपनी, श्योपुर के महाप्रबंधक आरके सक्सेना को ज्ञापन दिया। इस दौरान किसानों ने बिजली कंपनी के अधिकारियों को खरीकोटि सुनाते हुए भ्रष्टाचार एवं बिजली कंपनी की मनमानी बंद करवाने के लिए एवं किसानों को पर्याप्त बिजली देने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। इस मोके पर बिजली कंपनी के महाप्रबंधक ने किसानों की समस्या का निराकरण करवाने का आश्वासन दिया। राधेश्याम मीणा ने जानकारी देते हुए बताया की अधिक बरसात के कारण किसानों ने इस सीजन में कृषि पंप का उपयोग नहीं किया है, फिर भी किसानों पर बिजली कंपनी के द्वारा अवैध नलकूपों के नाम पर झूठे प्रकरण बनाकर किसानों को प्रताडि़त करके बिजली कंपनी के भ्रष्ट अधिकारी किसानों का शोषण कर रहे हैं। बिजली कंपनी के द्वारा ऐसे किसानों को जिनके पास विद्युत कनेक्शन नहीं है उनके विरुद्ध बिजली चोरी के प्रकरण बनाकर बिजली बिल के अवैध वसूली के नोटिस देकर जबरिया जेल भेजा जा रहा है। जिसके कारण किसान मानसिक, आर्थिक एवं सामाजिक रूप से कष्टप्रद स्थिति में पहुंच गया है। बिजली कंपनी के द्वारा बकाया बिल के नाम पर किसानों के बैंक खाते फ्रीज करवाए जा रहे हैं, जिसके कारण किसान अपनी आगामी फसल की तैयारी और जीवनचर्या से जुड़े हुए कार्य नहीं कर पा रहा है। 
 किसानों के फ्रीज बैंक खातो को चालू करवाया जाए। बिजली कंपनी के द्वारा बकाया बिल के नाम पर किसानों के शस्त्र लाइसेंस निरस्त करवाने की कार्रवाई करवाई जा रही है। शस्त्र लाइसेंस निरस्त करवाने के कार्रवाई को रोका जाए। कृषि पंप कनेक्शन पर किसानों को अधिक भार के बिल प्रदाय किया जा रहे हैं, 8 एच.पी., 10 एच.पी., एवं 12 एच.पी. के कनेक्शन पर किसानों को 12, 15, 17 एवं 20 एच.पी तक के बिल प्रदाय कर कृषक वर्ग को आर्थिक नुकसान किया जा रहा। किए गए अतिरिक्त भार की राशि को संबंधित कृषक को वापस किया जाए तथा प्रदान किया जा रहे अतिरिक्त भार के बिरल को शासकीय अभिलेख में संशोधित करके सत्य एवं वास्तविक बिजली बिल प्रदान किया जाए। कृषि नलकूप विद्युत बिलों में प्रतिवर्ष वृद्धि की जाती है व ट्रांसमिशन लॉस को कम करने के लिए वैध विद्युत कनेक्शनों पर हॉर्सपावर बढ़कर अधिक भार डाल दिया जाता है। इससे किसानों की कमर टूट रही है अत: शीर्ष स्तर पर बिजली कंपनी के अंदरूनी भ्रष्टाचार को नियंत्रित कर अनावश्यक विद्युत बिलों में वृद्धि एवं ट्यूबवेल पर अधिक हॉर्सपावर के बिलों की वसूली की प्रवृत्ति को शक्ति से रोका जाए। बिजली बिलों में अत्यधिक वृद्धि एवं प्राकृतिक आपदाओं के कारण किसानों की कमर टूट चुकी है इसलिए किसानों का बिजली बिल माफ किया जाए। किसानों के हित को दृष्टिगत रखते हुए त्वरित कार्रवाई करने के लिए बिजली कंपनी को निर्देशित करने की की मांग की गई अन्यथा श्योपुर जिले का किसान वर्ग क्रमिक आंदोलन भूख हड़ताल, चक्काजाम, धरना प्रदर्शन जेसी आंदोलनात्मक करवाई करने को मजबूर होगा जिसका समस्त उत्तरदायित्व शासन एवं प्रशासन का होगा। इस मोके पर कोतवाली थाना प्रभारी और बिजली कंपनी के उप महाप्रबंधक कमलकांत सहित पुलिस प्रशासन उपस्थित रहा।
इस दौरान सरपंच रामभरत मीणा, सरपंच धर्मराज लूंड,नाथूलाल रावत, छात्र नेता अभिषेक कलोनी, बलराम जैदा, महावीर धनखेड़ा,राजवीर, रामसिंह मठेपुरा, कमलेश आसीदा, राकेश बगवाड़ा, देवकरण मावदा, धनराज जारेला, देवकी ढोटी, काड़ू महाराजपुरा, रघुवीर, सीताराम, रामअवतार सहित बड़ी संख्या में किसान उपस्थित रहे।