हिन्दू धर्म में कर किसी छोटी से छोटी चीज का कोई ना कोई महत्व है. घरों में सफाई के लिए उपयोग किए जाने वाले झाड़ू को भी मां लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है और इसलिए झाड़ू को कभी पैरों के नीचे नहीं रखा जाता. झाड़ू के कई सारे उपाय ज्योतिष शास्त्र में बताए गए हैं, साथ ही कुछ नियमों का उल्लेख भी इसमें मिलता है. वहीं वास्तु शास्त्र में झाड़ू से जुड़े कुछ ऐसे उपायों के बारे में बताया गया है, जो आप पर माता लक्ष्मी की कृपा करा सकते हैं.

झाड़ू से जुड़े वास्तु उपाय
जब भी आप झाड़ू लेने जाएं तो उसके रंग का भी ध्यान रखना चाहिए. यदि आप अपने घर के लिए झाड़ू ला रहे हैं तो सफेद या नीले रंग का चुनाव करें. क्योंकि, ये दोनों ही रंग शांति के प्रतीक हैं और इस रंग के झाड़ू लाने से घर- परिवार में सकारात्मक ऊर्जा आती है. साथ ही शांति बनी रहती है.

यदि आप नई झाड़ू लेकर आए हैं तो सबसे पहले उस पर गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए, इसके बाद ही इसे उपयोग में लाना चाहिए. इसके अलावा नए झाड़ू के बीच के हिस्से को लाल रंग के कपड़े से बांधना चाहिए. ऐसा करने से यदि झाड़ू से कोई वास्तु दोष जुड़ा है तो वह दूर हो जाता है.

कई लोग घर में झाड़ू को किसी भी स्थान पर रख देते हैं और कई बार घर के मेन डोर पर भी झाड़ू रख देते हैं. ऐसा करने से बचना चाहिए, क्योंकि इससे आपके घर में नकारात्मक ऊर्जा आ सकती है और आपकी परेशानियां भी बढ़ सकती हैं.

आपको घर में झाड़ू को हमेशा दक्षिण या पश्चिम दिशा में रखना चाहिए. चूंकि, झाड़ू मां लक्ष्मी का प्रतीक है और पश्चिम दिशा मां लक्ष्मी की कहलाती है. इसके अलावा आप इसे दक्षिण दिशा में भी रख सकते हैं, जो कि यम की दिशा मानी जाती है. वास्तु के अनुसार, मृत्यु को टालने के लिए इस दिशा में झाड़ू रखना चाहिए.