बमीठा। गत 15 जुलाई को थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम सद्दूपुरा के एक खंडहर में मिली युवक की लाश को बरामद करने के बाद पुलिस ने अज्ञात के विरुद्ध हत्या का मामला दर्ज किया था। करीब 18 दिनों तक गहन विवेचना के बाद आखिरकार पुलिस मामले की तह तक पहुंच गई और चौंकाने वाला खुलासा किया। बताया गया है कि मृतक को किसी और ने नहीं बल्कि उसकी पत्नी और भाई ने ही मौत के घाट उतारा था। पुलिस ने दोनों हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सद्दूपुरा निवासी हरीराम पुत्र लक्ष्मन उर्फ बच्चू पटेल उम्र 28 वर्ष की लाश 15 जुलाई को गांव के एक खण्डहर में पड़ी मिली थी। सूचना मिलने के बाद बमीठा थाना प्रभारी पुष्पक शर्मा ने एफएसएल टीम के साथ घटना स्थल पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा था और एफएसएल टीम ने मौके से साक्ष्य एकत्रित किए थे। मृतक के गले पर निशान मिले थे जिससे यह स्पष्ट था कि उसकी गला घोंटकर हत्या की गई है। बमीठा थाना में अज्ञात के विरुद्ध बीएनएस की धारा 103, 238, 61(2) के तहत हत्या का मामला दर्ज कर विवेचना शुरु की गई। मृतक के परिजनों से पूछताछ का दौरान पुलिस को मृतक के भाई भगवानदास पटेल और मृतक की पत्नी सखी पटेल पर संदेह हुआ। संदेह के आधार पर पुलिस ने जब दोनों से सख्ती से पूछताछ की तो दोनों ने हत्या का जुर्म स्वीकार कर लिया।
देवर-भाभी के अवैध संबंध बने हत्या का कारण
बमीठा थाना प्रभारी पुष्पक शर्मा ने बताया कि मृतक की पत्नी सखी पटेल के उसके देवर के साथ अवैध संबंध थे, जिसके चलते दोनों ने मिलकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया है। पूछताछ में हत्यारोपियों ने बताया कि उनके द्वारा बनाई गई हत्या की योजना के मुताबिक 14 जुलाई की रात को सखी पटेल ने अपने पति (मृतक) हरिराम को धात की दवाई में नींद की गोलियां मिलाकर खिलाई थीं। जब नींच की गोलियों का असर हुआ और हरिराम गहरी नींद में सो गया तब उसने अपने प्रेमी (देवर) भगवानदास के साथ मिलकर रस्सी से हरिराम का गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी। हत्या करने के बाद दोनों ने शव को घर के पास मौजूद खण्डहर में फेक दिया था।