आखिरी वक्त तक बना रहा रहस्य और रोमांच
छतरपुर। मध्यप्रदेश शासन संस्कृति विभाग और मध्यप्रदेश नाट्य विद्यालय भोपाल द्वारा जिला प्रशासन छतरपुर के सहयोग से शहर के ऑडिटोरियम में पांच दिवसीय रंग प्रयोग नाट्य समारोह का आयोजन किया जा रहा है। समारोह के तीसरे दिन विख्यात रंगमंच निर्देशक और पटकथा लेखक रंजीत कपूर के सस्पेंस थ्रिलर नाटक रॉन्ग टर्न का मंचन किया गया। इस मंचन की अवधि दो घंटे बीस मिनट की थी और दर्शकों ने नाटक की समाप्ति पर अपनी सीट से खड़े होकर कलाकारों का अभिवादन किया।
यह थी कहानी
यह नाटक एक यात्री की कहानी है जिसकी कार खराब हो जाने पर एक पूर्व न्यायाधीश उसे रात के खाने के लिए आमंत्रित करता है,जिसके बाद दुस्वप्न जैसी घटनाएं होती हैं। खेल खेल में यात्री को कटघरे में खड़ा करके उस पर केस चलाया जाता है।शुरुवात में जो यात्री अपने आप को पाक साफ बताता है वही बाद में एक साइलेंट किलर साबित होता है। इस कोर्ट रूम ड्रामा का दर्शकों ने भरपूर आनंद लिया।दर्शकों को पहली बार नाटक में पांच मिनट के अंतराल जैसे नए अनुभव हुए जो उन्होंने अभी तक सिर्फ फिल्मों में सुना था।
इन कलाकारों ने किया उत्कृष्ट अभिनय
नाटक में 9 कलाकारों ने ढाई घंटे तक दर्शकों को बांधे रखा। बन्ने मियां के किरदार में अभिषेक मंडोरिया, जगदीश माथुर के किरदार में रोहित खिलवानी,मकरंद जोशी की भूमिका में प्रदीप तिवारी,शिवानी की भूमिका में संजना, अरुण मेहरा के किरदार में कनिष्क द्विवेदी, लतीफ ज़ैदी का किरदार गौतम सारस्वत ने ,रघु के किरदार में अभय आनंद बडोनी,नीना की भूमिका में हिमाद्रि व्यास और रेणुका मेहरा का किरदार शारोन मेरी मसीह ने निभाया।प्रकाश व्यवस्था और सह निर्देशन प्रसन्न सोनी का रहा तथा संगीत परिकल्पना एवं निर्देशन रंजीत कपूर का था।
आज आदि विक्रमादित्य से गिरेगा समारोह का पर्दा
नाट्य समारोह के स्थानीय संयोजक रंगकर्मी शिवेन्द्र शुक्ला ने बताया कि पांच दिवसीय रंग प्रयोग नाट्य समारोह के आखिरी दिन दिनेश नायर द्वारा लिखित नाटक आदि विक्रमादित्य का मंचन मध्यप्रदेश नाट्य विद्यालय के निदेशक टीकम जोशी के निर्देशन में होगा।आदि विक्रमादित्य नाटक सिंहासन बत्तीसी और बेताल पच्चीसी की कहानियों का नाट्य रूपांतरण है जो दर्शकों को रोमांचित करेगा।मध्यप्रदेश नाट्य विद्यालय भोपाल के निदेशक टीकम जोशी ने दर्शकों से आग्रह किया है कि समय पर आकर इस प्रस्तुति का आनंद उठाएं।